मेरा तीसरा कार्यकाल चल रहा है और रेल नहीं चला सके
धारPublished: Sep 17, 2019 11:44:42 am
सांसद ने कहा, आदिवासी अंचल और गरीबों को जल्द मिले रेल की सुविधा
मेरा तीसरा कार्यकाल चल रहा है और रेल नहीं चला सके
धार.
इंदौर-दाहोद रेल परियोजना से लेकर धार छोटा उदयपुर रेल परियोजना को लेकर रतलाम में 16 सितंबर को महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में विशेष रूप से 15 सांसदों व उनके प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसमें सांसद छतर सिंह दरबार ने अपने लोकसभा क्षेत्र की महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं के बारे में आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि रेल परियोजना को लेकर जो देरी की जा रही है, ठीक नहीं है। गरीब आदिवासी लोगों को रेल सुविधा से वंचित किया जा रहा है।
इसके लिए जल्द ही मैदानी स्तर पर काम किया जाए। जब अधिकारियों ने जमीन अधिग्रहण के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि कलेक्टर से नियमित रूप से बैठक की जाए। उसमें जनप्रतिनिधियों को भी बुलाया जाए। साथ ही सभी संसदीय क्षेत्र के कलेक्टरों के साथ में एक बैठक रखकर तत्काल इसका निराकरण करवाया जाए। सांसद दरबार ने कहा कि रेल परियोजना को लेकर आदिवासी अंचल के लोग लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। परियोजना को साकार करने में हो रही देरी के कारण जनप्रतिनिधियों को जवाब देना भारी पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिस संसदीय क्षेत्र से मैं आता हूं, वह गरीब और पिछड़ा क्षेत्र है। दरबार ने कहा कि सांसद के रूप में उनका यह तीसरा कार्यकाल है। 2008 में उनके कार्यकाल में इन दोनों रेल परियोजना की शुरुआत हुई थी। अब 11 साल हो चुके हैं, लेकिन सुविधा नहीं मिल पाई। जमीन अधिग्रहण को लेकर कहा कि इसमें तेजी लाने की आवश्यकता है। यदि प्रशासन से चर्चा करना है तो उसके लिए जरूरी है कि नियमित रूप से सांसद और प्रशासन तथा रेलवे के अधिकारियों के बीच में चर्चा और संवाद होते रहे। इससे हम अपने स्तर पर भी ध्यान देते रहे। इस मौके पर सांसद दरबार ने बैठक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सांसदों की बैठक में केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को बैठक के लिए अध्यक्ष मनोनीत करने के लिए भी प्रस्ताव रखा। इसका सभी सांसदों ने अनुमोदन किया। जानकारी विश्वास पांडे ने दी।