अधिकांश जगह मन्त्री बघेल ने उन गलियों की खाख छानी जो टापू बन गए है। विधायक हनी बघेल ने सोमवार को प्रदेश की पूर्व भाजपा सरकार पर डूब प्रभावितों के साथ धोखा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने गलत जानकारी भेजकर डूब प्रभावितों का बहुत नुकसान किया है। प्रदेश की कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने अब निर्णय लिया है कि पूरे डूब क्षेत्र में टापू बने और डूब में आनेवाले परिवारों को भी डूब प्रभावितों की जद में ले लिया है और सभी के पंचनामे बनाकर 5 लाख 80 हजार रुपए का पैकेज देने के साथ जिन्हें पूर्व में प्लॉट भी देने की घोषणा की है।
मन्त्री हनी बघेल सीधे डूब प्रभावितों से मिलकर समझा रहे है कि मैं आज आपके लिए कुछ लेकर आया हूूं। डूब प्रभावितों ने जब मन्त्री बघेल से कहा कि उन्होंने उन्हें दिए पट्टे वापस जमा करवा दिए है वे पट्टे दिलवाओ तो मन्त्री ने कहा कि यह बात अन्य जगह भी सामने आई है इस मामले में अधिकारियों से कहा गया है कि वे देखकर बताए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि मन्त्री बघेल के सामने अनेक लोगों ने उनके खेतों के डूबने की बात बताकर मुआवजे की मांग की।
राशि डाली जा रही है पत्रिका से चर्चा करते हुए मन्त्री बघेल ने कहा कि कुक्षी विधानसभा के कैफियत संशोधन के बाद 826 परिवारों को पात्र माना है उसमें से पहले चरण में 530 परिवारों को पहली किस्त के तहत हितग्राही को 3 लाख की किश्त खाते में डालने का कार्य शुरू कर दिया गया है ।
कर्मचारियों ने दिया आवेदन की उन्हें भी मिले मुआवजा राशि
डूब प्रभावितों की जद से निसरपुर क्षेत्र में डूब में आ रहे अधिकारी.कर्मचारियों को अबतक मुआवजा राशि दिए जाने से बाहर रखा गया है।सोमवार को निसरपुर पहुंचे मन्त्री हनी बघेल को निसरपुर के न्यू बस स्टैंड पर रोककर कर्मचारियों ने उन्हें भी मुआवजा राशि दिलवाने की मांग रखी।ज्ञात हो कि डूब प्रभावित मुआवजे की राशि से आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को भी बाहर रखा गया है।
निसरपुर के पाटीदार मोहल्ले में अब पानी से गलकर मकानों के हिस्से गिर रहे है जिले के सबसे बडे डूब प्रभावित गांवों में निसरपुर के एक दो मोहल्लों को छोड दे तो बाकी सभी गली मोहल्ले नर्मदा के जल में डूब चुके है।बस स्टैंड पर ही कोई 15 फीट से अधिक पानी भर गया है। इस प्रतिनधि ने निसरपुर के पाटीदार मोहल्ले में स्वयं जाकर देखा तो पाया कि पानी में डूबे मकानों की ईंटे गलने से अब मकानों के हिस्से भरभराकर गिरने लगे है।यही स्थिति लगभग सभी मोहल्लों की हो रही है।
सैकडों बडे हरे वृक्ष पानी मे डूब गए नर्मदा जल से इस क्षेत्र की बस्तियां और गांव तो डूबे ही है परन्तु देखने में आ रहा है कि इस क्षेत्र के सैकडों हरे घने वृक्ष भी लगभग पूरी तरह से पानी में डूब चुके है।
आज बडवानी की रैली में शामिल होंगे डूब प्रभावित
बडवानी में निकलने वाली मंगलवार को डूब प्रभावितों की रैली में निसरपुर सहित अन्य ग्रामों के लोग भी शामिल होंगे। बडवानी में डूब प्रभावित प्रधानमंत्री के जन्मदिवस के दिन अपना मरण दिवस के रूप में मनाने जा रहा है।