ड्रायवर के पास लायसेंस ही नहीं
बसे के कागज पूछने पर ड्रायवर महेंद्र पिता शांतिलाल कुछ नहीं बता सका जबकि उसके पास लायसेंस भी नहीं मिला। इस पर आरटीओ कंग ने उसे जमकर लताड़ लगाई। बस की हालत काफी खराब थी, जिसके कांच भी टेप से अटका रखे थे। ऐसे में बारिश के दिनों में इसकी हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
बसे के कागज पूछने पर ड्रायवर महेंद्र पिता शांतिलाल कुछ नहीं बता सका जबकि उसके पास लायसेंस भी नहीं मिला। इस पर आरटीओ कंग ने उसे जमकर लताड़ लगाई। बस की हालत काफी खराब थी, जिसके कांच भी टेप से अटका रखे थे। ऐसे में बारिश के दिनों में इसकी हालत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
दौड़ लगाकर पकड़ी बस पर 6 हजार का जूर्माना
कार्रवाई के दौरान भागी बस एमपी-45-P-०१०२ को पकडऩे के लिए आरटीओ कंग ने गाड़ी से दौड़ लगाई। कागज की जांच की तो इसका फिटनेस और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र नहीं मिला। बस पर 6 हजार का जूर्माना किया गया। हालांकि इसी के साथ एक और बस एमपी-45-P-0799 भी भाग निकली, जिसका आरटीओ को पता भी नहीं चल सका।
कार्रवाई के दौरान भागी बस एमपी-45-P-०१०२ को पकडऩे के लिए आरटीओ कंग ने गाड़ी से दौड़ लगाई। कागज की जांच की तो इसका फिटनेस और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र नहीं मिला। बस पर 6 हजार का जूर्माना किया गया। हालांकि इसी के साथ एक और बस एमपी-45-P-0799 भी भाग निकली, जिसका आरटीओ को पता भी नहीं चल सका।
काफी टैक्स बाकी है
कार्रवाई के दौरान जिन बसों को जप्त किया गया उन पर लगभग 4 लाख रुपए का टैक्स बाकि है। दोनों के पास ना तो परमिट मिला और ना ही इनका फिटनेस था। दोनों बसों को जप्त कर लिया गया है, जिन पर सख्त कार्रवाई होगी। किस बस की क्या हालत है इसके लिए लगातार जांच पड़ताल कर कार्रवाई चलती रहेगी।
-विक्रमसिंह कंग, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी
कार्रवाई के दौरान जिन बसों को जप्त किया गया उन पर लगभग 4 लाख रुपए का टैक्स बाकि है। दोनों के पास ना तो परमिट मिला और ना ही इनका फिटनेस था। दोनों बसों को जप्त कर लिया गया है, जिन पर सख्त कार्रवाई होगी। किस बस की क्या हालत है इसके लिए लगातार जांच पड़ताल कर कार्रवाई चलती रहेगी।
-विक्रमसिंह कंग, अतिरिक्त क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी