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अब डूब प्रभावितों को करना पड़ रहा है धमाकों का सामना

locationधारPublished: Sep 19, 2019 11:36:07 am

Submitted by:

Amit S mandloi

गांगदी में भूमिगत धमाकों के बाद लोग घर छोड़कर भागे

अब डूब प्रभावितों को करना पड़ रहा है धमाकों का सामना

अब डूब प्रभावितों को करना पड़ रहा है धमाकों का सामना

मनावर.
सरदार सरोवर के प्रभावित ग्रामों में बैक वाटर का दंश झेल रहे लोग जीव जंतु जहरीले सर्प अथवा अन्य जल जीवों से परेशान है तो वहीं भूमिगत धमाकों के होने से अब धीरे-धीरे समूची नर्मदा घाटी के सटे ग्राम दशहत मे है । अभी तक ग्राम एकलवारा, कवठी , अछोदा मेंं भूमिगत धमाके ग्रामीण महसूस कर रहे थे ।
अब गांगली ग्राम के साततलाई में बुधवार को प्रात: 9.15 बजे भूमिगत चार धमाके हुए एक-एक कर लगातार हुए इन धमाकों से साततलाई गांगली के ग्रामीण घरों से दौड़ते हुए बाहर आ गए । लोगों में यह भय बन गया है कि धमाकों के बाद जमीन धंस जाएगी । इन भूमिगत धमाकों को लेकर शासन प्रशासन जरा भी गंभीर नहीं है । इसकी सूचना जिला प्रशासन को भी दी जा चुकी है भूमिगत भूगर्भीय हलचल हो रही है जिसकी जांच व इस घटनाक्रम को समझने के लिए तथा लोगों को विश्वास दिलाने के लिए भूगर्भीय विशेषज्ञों को शासन द्वारा भेजा जाना चाहिए ।
बुधवार हुए इन धमाकों से ग्राम का हर व्यक्ति डर के मारे सहम गया। हर व्यक्ति को अपने पैरों तले धमाका होने का एहसास हुआ । ग्राम के सूरज जाट ने बताया कि लगातार भूमिगत धमाके जब हुए ऐसा नहीं लगा कि कहीं दूर से आवाज आ रही हो सभी लोगों को अपने पैरों के तले आवाज व कंपन महसूस हुआ। नर्मदा का बैक वाटर लेवल बढऩे के साथ ही आसपास के नदी नालो में भी पानी बढऩे लगा है। धमाकों की आवाज सुनकर साततलाई ग्राम के निवासी पुरुषोत्तम जाटए भगवान जाट ,राजू जाट का कहना है कि सुबह के समय सभी लोग अपने काम पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे कि अचानक जोरदार धमाके ने सभी को घबरा दिया तथा देखते ही देखते गांव के सभी लोग सड़कों पर आ गए ।
बाद में फिर दो धमाके और हुए जिनकी आवाज कम थी धमाकों की आवाज से टीन शेड में भी कंपन हुआ एक पल तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो । वहीं गांगली सात तलाई मार्ग पर स्थित माचा नाले पर विस्फोट की आवाज काफी जोर से सुनाई दी। पास ही खेत में काम कर रहे राम पाटीदार ने बताया कि वह खेत में दवाई का स्प्रे करने के लिए मजदूरों को लेकर आया था । धमाका इतना जोरदार था कि मजदूरों में भी अफरातफरी मच गई माचा नाले में पानी का लेवल काफी अधिक था जो धीरे.धीरे कम होने लगा है तथा नाले के नीचे से एयर बुलबुले भी लगातार निकल रहे । ऐसा लगता है जैसे पानी नीचे की ओर जा रहा है। नाले पर काम कर रहे पुल बनाने वाले मजदूर सोनिया सस्तीया ने बताया कि धमाके की आवाज ऐसी थी जैसे कोई जमीन में ब्लास्ट कर रहा हो हम घबरा गए तथा काम छोड़कर बाहर आ गए। पूर्व में ग्राम एकलवारा में भी धमाकों की आवाज सुनी गई थी ।
प्रशासन को इस से भी अवगत भी करा दिया गया था परंतु अभी तक किसी भूगर्भीय एक्सपर्ट ने आकर इस क्षेत्र की जांच नहीं की है। धमाकों की आवाजें 6 किलोमीटर के क्षेत्रफल में सुनी जा रही है बढ़ते हुए धमाके का शोर कहीं नर्मदा घाटी को भूकंप का केंद्र ना बना दे
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