ऑनलाइन सामान की धोखाधड़ी करने वालों ने जुर्म कबूला
धारPublished: Nov 16, 2018 01:17:36 am
खुलासा : पूछताछ में मुख्य आरोपी भी धराया, चार एलसीडी जब्त
धामनोद. ऑनलाइन खरीदी में ठगी के मामले में पुलिस को सफलता मिली। जांच में मुख्य आरोपी सहित तीन पर प्रकरण दर्जकर न्यायालय भेजा। मुख्य आरोपी के घर से चार एलईडी बरामद की गईं।
विगत दिवस एक कंपनी से ऑन लाइन एलसीडी टीवी बुक कर मंगाया गया था। एलसीडी टीवी बॉक्स में लगातार टाइल्स, पानी पाउच, ईट निकालने की शिकायतें आ रही थी। अब तक क्षेत्र में ऐसी तीन घटनाएं सामने चुकी थीं। लगातार हो रही ठगी लेकर फरियादी गौरीशंकर पिता तिलोकचंद पाटीदार ने योजना बनाते हुए एक टीवी बुक करवाई। जिस पर पीथमपुर के कोरियर गति कंपनी से राहुल पिता गोवर्धन तथा राजेश पिता रमेश पार्सल डिलीवर करने धामनोद आए थे। किंतु पूर्व में ऐसी घटनाएं हो चुकी थी इसलिए पाटीदार ने सतर्कता दिखाते हुए पार्सल डिलीवरी करने से पहले शंका पर वाहन व आरोपियों को धामनोद थाने पर लाकर सुपर्द किया। धार एसपी बीरेंद्र कुमार के निर्देशन में एसडीओपी आरएस अंब के निर्देशन में थाना प्रभारी ने एक टीम गठित की तथा मामले की सुक्षमता से जांच पड़ताल की गई। इसमें राहुल, राजेश के अलावा राहुल पिता ओम प्रकाश जरिया निवासी पीथमपुर भी मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया।
टीवी निकालना आसान
गति ट्रांसपोर्ट से पार्सल भरने के पश्चात टीएसएल कंपनी की 55 इंच एलसीडी टीवी को बॉक्स से निकालकर उसमें विट्रीफाइड टाइल्स की पेटी ईंट व अन्य सामान भर दिया जाता था। पुलिस ने जब दोनों आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो बताया कि राहुल जरिया धोखाधड़ी कर सामान अपने घर में निकाल लेता था। उसके पास से चार नग टीवी और जब्त हुई। पुलिस की विवेचना में उप निरीक्षक हिना जोशी, नारायण रावल, सुरेंद्र कनेश, सहायक उप निरीक्षक राजेश हाड़ा, प्रधान आरक्षक रविंद्र चौधरी, आरक्षक विजय, धर्मेंद्र, सुनील, मेहरबान और राकेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इन बिंदुओं पर जांच
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि जिन उपभोक्ताओं को टीवी के बॉक्स में अन्य सामान पानी के पाउच एंव ईंट मिली व पीथमपुर के आसपास की थी। कोरियर से सामान राहुल जरिया के भरने के कारण शुरू से ही राहुल शक के दायरे में था ऐसे में पुलिस को जल्द ही सफलता हाथ लगी। आरोपी कोरियर से माल लेने के एक दिन बाद लोगों को सामान पहुंचाता था। गति ट्रांसपोर्ट से माल को भरने के बाद आरोपी गाड़ी अपने घर ले जाते थे तथा वहां बॉक्स को खोलकर हुबहू कंपनी की पैकिंग के सामान वापस बना देते थे। जिस पर खरीदार को किसी भी प्रकार की शंका नहीं होती थी।
सिर्फ टीवी के बक्से में ही हेराफेरी के कारण बन रहे थे क्योंकि आरोपी टीवी कंपनी के कर्मचारियों द्वारा खोलने के लिए कहते थे।