सरस्वती नगर में भी कई प्लाट खाली पड़े है। इनके मालिकों ने बाउंड्रीवाल तक नहीं कराई। बताया जाता है कई मालिकों ने सिर्फ मकान इसलिए नहीं बनाए है कि भाव बढने पर इन्हें बेच दिया जाएगा। जबकि संस्था का नियम है कि प्लाट लेने के बाद अगर छह महीने में मकान का निर्माण नहीं किया जाता है तो ली निरस्त हो जाती है।
गंदगी के बाद अब बनाया जहरीले सांप ने घर सरस्वती नगर के प्लाट 20 और 21 मालिकों ने खुले छोड़ दिए है। इसमें अब जहरीले सांप अपना घर बना रहे है। सोमवार रात लगभग छह से सात फीट का जहरीला सांप नजर आया। रहवासी रूपेश सुर्वे, रमेश पाटीदार ने इसे पकडऩे की मशक्कत की, लेकिन अंधेरा होने से ये नहीं पकड़ पाए। वहीं दोनों पटिटयों के कई बच्चे दिनभर खेलते है, जिन्हें अब खतरा मंडराने लगा है। मंगलवार को फिर खाली प्लाट में जहरीला सांप नजर आया तो सुर्वे और पाटीदार पाईप और थैले लेकर इसे पकडऩे का प्रयास कर रहे थे, लेकिन प्लाट में चूहों ने गहरे गडढे बना लिए है। जिसमें सांप जाकर छुप गया।
ऐसे प्लाट मालिकों को हम जल्द ही नोटिस देंगे। सांप अगर किसी प्लाट में घुस रहा है तो टीम भेजकर उसे निकाल लिया जाएगा।
विजय शर्मा, सीएमओ
विजय शर्मा, सीएमओ