पुलिस ने इस मामले का खुलासा सोमवार को धार के पुलिस कंट्रोल रूम में किया। सीएसपी देवेंद्र धुर्वे ने बताया घटना के बाद एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने जांच के लिए एएसपी देवेंद्र पाटीदार के निर्देशन टीम को लगाया गया। जांच के दौरान १७ मई को आयशर मुजाल्दा के जंगल से बरामद कर ली। लूट का सरिया व आरोपी गिरफ्त से दूर थे। साइबर प्रभारी बैस को मुखबिर से सूचना मिली की मुजाल्दा का कुंवरसिंह पिता सोमला ने दोस्तों के साथ मिलकर वारदात की। साथ ही सरिया दो अलग-अलग ट्रॉली में खाली कर आयशर मुजाल्दा के जंगल में छिपाई है।
साथियों से वारदात करना कबूली साइबर क्राइम टीम व तिरला पुलिस ने कुंवरसिंह को १८ मई को हिरासत में लेकर थाने लाई। पूछताछ में कुंवरसिंह ने आरोपी सुरेश पिता सूखलाल निवासी मल्हेरा, फरसिंह पिता सतिया मुवेल निवासी गंधवानी व दो बाल अपराधी के साथ मिलकर वारदात करना कबूली। जानकारी के आधार पर शेष चार आरोपियों को पुलिस ने पीथमपुर से 22 मई को गिरफ्तार कर लिया।
दो आरोपी है फरार प्रकरण में आरोपी कुंवरसिंह की निशानदेही से दो ट्रेक्टर मय ट्राली व ८ टन सरिया बरामद किया। आरोपी सुरेश से घटना में इस्तेमालएक बाइक व आरोपी फरसिंह से आयशर वाहन के कागजात, बिल्टी व दो बाल अपराधी से घटना में इस्तेमाल एक बाइक व एक देशी पिस्टल मय जिंदा कारतूस के बरामद की गई। बरामद किए गए सामान की कुल कीमत 27 लाख 48 हजार रुपए बताई जा रही है। प्रकरण में जांच के दौरान 2 अन्य व्यक्ति संतोष पिता भुवानसिंह व सुनील पिता गुमान निवासीगण ग्राम जोगिया-टांडा की भी भूमिका पाई गई। फिलहाल ये दोनों फरार है।
इनका रहा सहयोग
इस लूट की वारदात के खुलासे में टीआइ मनावर नीरज बिरथरे ,गंधवानी टीआइ रामसिंह राठौर ,टांडा टीआइ विजय वास्कले , साइबर प्रभारी त्रिलोकसिंह बैस की महत्वपूर्ण भूमिका रही। यह है मामला
16 मई की रात 9 बजे तिरला फाटे के पास मोयरा कंपनी पीथमपुर से मेघनगर सरिया भरकर ले जा रही आयशर क्रमांक एमपी-१३-जीए-१७२९ को अज्ञात बदमाशों ने बंदूक की नोक पर लूट लिया था। साथ ही ड्राइवर गौतम पिता फतिया व क्लिनर रमेश पिता जोशी निवासी मेघनगर को भी बंधक बनाकर ले गए थे। क्लिनर रमेश के पैर में बदमाशों ने गोली मारी थी। इसके बाद बदमाश 8 टन सरिया लूटकर ग्राम मुजाल्दा-पटेलपुरा गंधवानी के जंगल में गए थे। पुलिस ने गौतम की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ तिरला थाने में धारा-342, 394, 397, 364 भादवि व 25-27 आम्र्स एक्ट के तहत केस दर्ज जांच में लिया गया था।