तत्कालीन एसडीएम ने दिया माफिया का भरपूर साथ सेंट टेरेसा और मसीही अस्पताल के मामले में तत्कालीन एसडीएम सीके गुप्ता और नपा के एक इंजीनियर ने साथ दिया। सेंट टेरेसा मामले में गुप्ता और इंजीनियर सुधीर ठाकुर भी गिरफ्तार हुए थे। नौगांव पुलिस के मुताबिक 2001 के पहले तक अस्पताल का नाम नपा में शामिल नहीं था। इसके बाद २००४ में आरोपी सुधीर दास का नाम शामिल हो गया। नपा के दस्तावेजों में इंट्री तो है लेकिन आनलाईन और जमीन से जुडे दस्तावेज नहीं है। जांच में येजमीन सरकारी निकली। इस मामले में तत्कालीन एसडीएम गुप्ता ने माफिया का साथ देकर उन्हें पूरा पूरा लाभ दिलाया।
करोडों की जमीन 11 लाख में दी इसमामले में एसपी आदित्याप्रतापसिंह के निर्देशन में सीएसपी देवेंद्र धुर्वे ने जांच की। जांच में पता चला कि 2009 में जमीन को 11 लाख रुपए अंकित बडेरा को माफिया दास ने बेच दी। बाद में टुकडोंं-टुकडों में जमीन के सौदे होते रहे। मालिक बताने का खेल भी चलता रहा। यहां पर दुकान, आफिस का संचालन किया जा रहा था। नौगांव थाने ने पूरे मामले में खासी मशक्कत की। टीआइ आनंद तिवारी ने बताया 20 लोगों बयान दर्ज करने के अलावा 150 पेज राजस्व, 100 पेज नपा से जुटाए। साथ ही खुदाई के दौरान एक पत्थर भी निकला जिसमें साफ लिखा है कि अस्पताल की स्थापना कब की गई थी।