सुधीर जैन ने सरकारी जमीन को बेच दिया था। इसमें वकील ने भी साथ दिया था,जो जेल यात्रा कर चुके है। ये जमीन राजा ने स्वास्थ्यसेवाओं के लिए दी थी। राजा ने जमीन रत्नाकर पीटर दास को दी थी। उनकी मौत के बाद उनका बेटा सुधीर दास मालिक बन बैठा और फर्जी तरीके से जमीन सुधीर जैन के साथ मिलकर बेचना शुरू कर दी। ट्रस्ट के अध्यक्ष, सचिव भी फर्जी बना लिए थे।
नौ माह से फरार है माफिया पुलिस ने 28 नवंबर २०२१ को घोटाले की रिपोर्ट दर्ज की थी। पुलिस ने 26 लोग सहित एक संस्था को आरोपी बनाया। मामले में सुधीर जैन और उसकी पत्नी आयुषी जैन लंबे समय से फरार चल रहे है। दोनों पर पुलिस ने इनाम घोषित किया है, लेकिन ये पकड से बाहर है। पुलिस ने अब इसके फोटो लगाकर पोस्टर बनाया है जो सभी थानों में भेज दिया है। पोस्टर में आम नागरिकों से अपील की जा रही है कि ये कहीं भी दिखे तो इसकी सूचना पुलिस को दें। सूचना सही मिलने पर इनाम भी दिया जाएगा। माफिया जैन का पोस्टर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।