रंगपंचमी पर शनिवार को पंछी ग्रुप, एमबीए ग्रुप व दशहरा मैदान से गेर निकाली गई। कोरोना वायरस के अलर्ट के चलते गेर में लोगों की सहभागिता कम रही। लोग छोटी-छोटी टोलियों में रंग-गुलाल खेलते नजर आए। सूखे रंगों का प्रयोग ज्यादा किया गया। साथ ही पानी से भी होली खेलने में लोग बचते नजर आए।
बाइक पर ढोल-ताशे लेकर निकले युवा
रंगपंचमी के एक दिन पहले से ही शहर में युवा वर्ग पर रंगों का खुमार चढ़ चुका था। शनिवार को भी युवा रंग-गुलाल से रंगे नजर आए। अलग-अलग मोहल्लों से बाइक पर ढोल-ताशे लेकर युवा पूरे शहर में घूमते रहे। दिनभर यह सिलसिला चला। दोस्तों को पकड़-पकड़ कर रंग लगाया। इसमें लड़कियां भी पीछे नहीं रही।
रंगपंचमी के एक दिन पहले से ही शहर में युवा वर्ग पर रंगों का खुमार चढ़ चुका था। शनिवार को भी युवा रंग-गुलाल से रंगे नजर आए। अलग-अलग मोहल्लों से बाइक पर ढोल-ताशे लेकर युवा पूरे शहर में घूमते रहे। दिनभर यह सिलसिला चला। दोस्तों को पकड़-पकड़ कर रंग लगाया। इसमें लड़कियां भी पीछे नहीं रही।
मोतीबाग चौक पर ही खेला रंग
मोतीबाग चौक से भोज उत्सव समिति द्वारा परंपरानुसार गेर निकाली जाती है। वायरस के चलते समिति ने मोतीबाग चौक पर ही एक-दूसरे को रंग लगाकर रंगपंचमी खेली। अन्य गेर आयोजकों ने भी गेर निरस्त कर दी। नगर में कुल 7 गेर निकलना थी, इसमें सिर्फ 3 गेर ही निकली। पंछी ग्रुप, एमबीए व दशहरा मैदान से गेर निकाली गई। लेकिन लोगों की सहभागिता कम रही।
मोतीबाग चौक से भोज उत्सव समिति द्वारा परंपरानुसार गेर निकाली जाती है। वायरस के चलते समिति ने मोतीबाग चौक पर ही एक-दूसरे को रंग लगाकर रंगपंचमी खेली। अन्य गेर आयोजकों ने भी गेर निरस्त कर दी। नगर में कुल 7 गेर निकलना थी, इसमें सिर्फ 3 गेर ही निकली। पंछी ग्रुप, एमबीए व दशहरा मैदान से गेर निकाली गई। लेकिन लोगों की सहभागिता कम रही।