सडक़ नियम जानते सब हैं, पालन का स्वभाव नहीं है : न्यायधीश
धारPublished: Mar 24, 2019 12:16:32 am
सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा विषयक भोज शोध संस्थान की कार्यशाला संपन्न
धार. सडक़ सुरक्षा हम सब की जिम्मेदारी है। सडक़ सुरक्षा के नियम हमारे हित में हंै। अनपढ़ ही नहीं शिक्षित लोग भी नियमों का पालन नहीं करते हैं। जिले में मोटर व्हीकल दुर्घटना संबधी अधिकांश केस दो पहिया वाहनों से संबंधित होते हैं जो चिंताजनक है।
सडक़ नियम जानते सब है,पालन का स्वभाव नहीं है। यह दुखद है। पुलिस और आरटीओ विभाग को चाहिए कि सडक़ नियमों का पालन सुनिश्चित हो। भोज शोध संस्थान में शनिवार को यह कार्यशाला धार जिले के लिए महत्वपूर्ण है। उक्त विचार जिला एवं सत्र न्यायाधीश सरिता सिंह ने व्यक्त किए। विशेष अतिथि एसपी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सडक़ सुरक्षा वर्तमान समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है। लगातार बढ़ती सडक़ दुर्घटनाएं आज की ज्वलंत समस्या है। अध्यक्षता रेडक्रॉस के जिला उपाध्यक्ष व बार एसोसिएशन धार के अध्यक्ष हितेश ठाकुर ने की। स्वागत भाषण, कार्यशाला की प्रस्तावना संस्थान के निदेशक डॉ दीपेंद्र शर्मा ने प्रस्तुत की।
अतिथियों ने दीप प्रज्वलन व माल्र्यापण से उद्घाटन सत्र की शुरूआत की। अतिथि स्वागत अनिता शर्मा, प्रभाकर खामकर व संस्थान के निदेशक ने किया। यातायात नियमों का उल्लेख कर प्रभावी संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा द्विवेदी वर्मा ने किया।
शपथ कार्यशाला में संवाद के बाद उपस्थित सहभागियों ने यातायात नियमों के पालन की शपथ ली व अपने कार्यक्षेत्र में सडक़ सुरक्षा नियमों के प्रसार का निर्णय लिया।
कार्यशाला संवाद में जिला बाल संरक्षण अधिकारी विद्या सोनाने, किशोर न्यायालय सदस्य नवीन भंवर, सामाजिक क्षेत्र से श्वेता मोहिते, शबाना पटेल, अजंली यादव, कविता वैष्णव, माधव सोलंकी ने विचार अभिव्यक्त किए।