पौधों का किया रोपण
शत्-प्रतिशत विस्थापित ग्राम पुनर्वास कवठी पहुंचे, जहां पर कमिश्नर राघवेंद्र सिंह व कलेक्टर दीपक सिंह ने वट, पीपल तथा नीम (त्रिवेणी) पौधों का रोपण किया। इस दौरान कलेक्टर ने गड्ढे की खुदाई तथा गड्ढे में डाली जाने वाली मिट्टी को लेकर ग्राम के उपसंरपच से सवाल किया कि हार्ड भूमि पर इतने कम गहरे खोदे गए गड्ढे में ये पेड़ कैसे जिंदा बचेंगे, तभी वहां पर मिट्टी बुलाई गई।
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि आप लोग पौधारोपण तो करवा लेंगे। लेकिन इसकी सुरक्षा व पानी की जिम्मेदारी कौन लेगा। ऐसा न हो कि दूसरी विजिट पर ये पौधे दिखे ही न। पौधों के पास पानी का मटका भी गाड़ दिया गया तथा उसमें पानी भरकर कलेक्टर सिंह ने कहा कि अब कहीं भी पौधे लगाए तो इसी मटका पद्धति से लगाए। इस दौरान कवठी के विस्थापितों ने भी जीआरए के निराकृत प्रकरणों पर जल्द कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की तथा कुछ विस्थापितों ने शासन द्वारा पिछले वर्ष नए पैकेज का लाभ नहीं मिलने की शिकायत भी की।
इस अवसर पर एनवीडीए के ज्वाइट कमिश्नर अमर सिंह खरे, एनवीडीए कमिश्नर प्रबल प्रताप सिंह सिपाह, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह, एसडीओपी आंनद सिह वास्केल, टीआई संजय रावत, बीओ भरत जांचपुरे, मुकेश मंडलोई, ग्राम पंचायत कवठी के उपसंरपच सहदेव पाटीदार आदि उपस्थित थे।
सुनीं प्रभावितों की समस्याएं
गणपुर. गणपुर चैकडी फिल्टर प्लांट पर कमिश्नर राघवेंद्र सिंह, कलेक्टर दीपक सिंह, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह एवं एनवीडीए के अधिकारियों ने डूब प्रभावित लोगों से संवाद किया एवं उनकी समस्याओं को सुना। चिखल्दा निवासी रघुवीर सिंह रघुवंशी कमिश्नर को एक आवेदन सौंपकर मांग की कि ग्राम चिखल्दा में कई परिवार मजदूरी के लिए गए हैं, उन्हें बाहर का बताकर लाभ से वंचित किया जा रहा है, जबकि उनकी संपत्ति आज भी ग्राम में है। इन सभी लोगों को सीएम की घोषणा अनुरूप 5.८० लाख मुआवजे की पात्रता दी जाए, ताकि ये लोग अपना मकान बना सके। जिन लोगों को नानकबयडी पर प्लॉट दिए गए हैं, उन्हें गणपुर चौकडी पर प्लॉट दिए जाए। चिखल्दा के कई व्यवसाइयों ने गणपुर चौकड़ी पर व्यापार-व्यवसाय के लिए प्लॉट मांगे हैं, उन्हें प्लॉट दिए जाए ताकि उनका व्यापार-व्यवसाय सुचारू चल सके। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अनिल वर्मा, भू-अर्जन अधिकारी कुक्षी जानकी यादव भी उपस्थित थे।
शत्-प्रतिशत विस्थापित ग्राम पुनर्वास कवठी पहुंचे, जहां पर कमिश्नर राघवेंद्र सिंह व कलेक्टर दीपक सिंह ने वट, पीपल तथा नीम (त्रिवेणी) पौधों का रोपण किया। इस दौरान कलेक्टर ने गड्ढे की खुदाई तथा गड्ढे में डाली जाने वाली मिट्टी को लेकर ग्राम के उपसंरपच से सवाल किया कि हार्ड भूमि पर इतने कम गहरे खोदे गए गड्ढे में ये पेड़ कैसे जिंदा बचेंगे, तभी वहां पर मिट्टी बुलाई गई।
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि आप लोग पौधारोपण तो करवा लेंगे। लेकिन इसकी सुरक्षा व पानी की जिम्मेदारी कौन लेगा। ऐसा न हो कि दूसरी विजिट पर ये पौधे दिखे ही न। पौधों के पास पानी का मटका भी गाड़ दिया गया तथा उसमें पानी भरकर कलेक्टर सिंह ने कहा कि अब कहीं भी पौधे लगाए तो इसी मटका पद्धति से लगाए। इस दौरान कवठी के विस्थापितों ने भी जीआरए के निराकृत प्रकरणों पर जल्द कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की तथा कुछ विस्थापितों ने शासन द्वारा पिछले वर्ष नए पैकेज का लाभ नहीं मिलने की शिकायत भी की।
इस अवसर पर एनवीडीए के ज्वाइट कमिश्नर अमर सिंह खरे, एनवीडीए कमिश्नर प्रबल प्रताप सिंह सिपाह, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह, एसडीओपी आंनद सिह वास्केल, टीआई संजय रावत, बीओ भरत जांचपुरे, मुकेश मंडलोई, ग्राम पंचायत कवठी के उपसंरपच सहदेव पाटीदार आदि उपस्थित थे।
सुनीं प्रभावितों की समस्याएं
गणपुर. गणपुर चैकडी फिल्टर प्लांट पर कमिश्नर राघवेंद्र सिंह, कलेक्टर दीपक सिंह, पुलिस अधीक्षक बीरेंद्र सिंह एवं एनवीडीए के अधिकारियों ने डूब प्रभावित लोगों से संवाद किया एवं उनकी समस्याओं को सुना। चिखल्दा निवासी रघुवीर सिंह रघुवंशी कमिश्नर को एक आवेदन सौंपकर मांग की कि ग्राम चिखल्दा में कई परिवार मजदूरी के लिए गए हैं, उन्हें बाहर का बताकर लाभ से वंचित किया जा रहा है, जबकि उनकी संपत्ति आज भी ग्राम में है। इन सभी लोगों को सीएम की घोषणा अनुरूप 5.८० लाख मुआवजे की पात्रता दी जाए, ताकि ये लोग अपना मकान बना सके। जिन लोगों को नानकबयडी पर प्लॉट दिए गए हैं, उन्हें गणपुर चौकडी पर प्लॉट दिए जाए। चिखल्दा के कई व्यवसाइयों ने गणपुर चौकड़ी पर व्यापार-व्यवसाय के लिए प्लॉट मांगे हैं, उन्हें प्लॉट दिए जाए ताकि उनका व्यापार-व्यवसाय सुचारू चल सके। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी अनिल वर्मा, भू-अर्जन अधिकारी कुक्षी जानकी यादव भी उपस्थित थे।