scriptसाठ युवा, चार दिन और दस गांव में मेहनत | Sixty youth, four days and ten village hard work | Patrika News

साठ युवा, चार दिन और दस गांव में मेहनत

locationधारPublished: Oct 15, 2019 10:56:08 am

Submitted by:

sarvagya purohit

साठ युवा, चार दिन और दस गांव में मेहनत

साठ युवा, चार दिन और दस गांव में मेहनत

साठ युवा, चार दिन और दस गांव में मेहनत


-जल संरक्षण पर जमीनी काम करने के बाद प्रोजेक्ट तैयार करेंगे एमबीए के छात्र
– आईआईएम के ६० विद्यार्थियों का दल धार और कुक्षी के गांवों का करेंगा दौरा
– आईआईएम के विद्यार्थियों देंगे फीडबैक और दिखाएं प्रेजेंटेंशन
पत्रिका एक्सक्लूसिव
सर्वज्ञ पुरोहित
धार.
बारिश का पानी गिरता तो सजहने के लिए क्या-क्या उपाय करें ताकि जल को सहज सकें, ऐसे कौनसे क्षेत्र है जहां पर बारिश का पानी गिरता है और बह के निकल जाता है, सहजने में ग्रामीणों को क्या-क्या समस्या आती है, पहाड़ी क्षेत्र के ग्रामीण बारिश के पानी को कैसे सुरक्षित रखे। कुछ इसी तरह की जानकारी और प्रोजेक्ट पर कार्य करने के लिए इंदौर आईआईएम के ६० विद्यार्थियों का दल धार मुख्यालय पहुंचा।
जिला पंचायत में आईआईएम के ६० विद्यार्थियों को एडीएम शैलेंद्रसिंह सोलंकी ने चर्चा की। इस दौरान एडीएम सोलंकी ने एमबीएम फस्र्ट ईयर के विद्यार्थियों को वाटर कन्जर्वेशन के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही कुक्षी और धार के १० ग्रामों मेें आईआईएम के ६० विद्यार्थियों को अलग-अलग ग्रुप के माध्यम से प्रोजेक्ट बनाने के लिए पहुंचेंगे। यह विद्यार्थी चार दिनों तक ग्रामीण क्षेत्र में रहेंगे और यहां पर इनके रूकने और खाने की व्यवस्था भी जिला प्रशासन ने की है। बताया जा रहा है कि यह प्रोजेक्ट इनके पढ़ाई के तहत ही है, जिसे यह ग्राउंड लेवल पर जाकर जलसंवर्धन के रिसर्च करेंगे। इसके साथ ही एक प्रेजेंटेंशन भी यह बनाएंगे, जो इन्हें कॉलेज में समिट करना होगा।
प्रेजेंटेंशन के बाद होगा कार्य
मिली जानकारी के अनुसार आईआईएम के ६० विद्यार्थियों में से २४ विद्यार्थी नालछा ग्राम, ६ तिरला, बाग में १५ और डही में १५ विद्यार्थियों का दल जाएगा। आईआईआई के विद्यार्थियों ने बताया कि ग्राम में पानी सहजने में क्या समस्या आती है, उसे कैसे दूर कर सकते है, कम खर्च में किसी तरह बारिश के पानी को सुरक्षित रखे और अन्य चर्चा भी वहां के ग्रामीणों से करेंगे। उन्होंने बताया कि यह हमारा एजुकेशन टूर है और हम सभी एमबीएम के छात्र वाटर कन्र्जेवेशन के तरीके के बारे में जानेगे। इसके साथ ही एक यहां हमारा पढ़ाई का हिस्सा है। इसका प्रोजेक्ट, प्रेजेंटेशन व फीडबैक भी तैयार करेंगे। यह प्रोजेक्ट हम कॉलेज के साथ कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और एडीएम के समक्ष भी पेश करेंगे। विद्यार्थियों द्वारा तैयार किया यह प्रोजेक्ट जिला प्रशासन अधिकारी देंखे। यदि यह प्रोजेक्ट और आइडिए अधिकारियों को पसंद आता है तो जिले के ग्रामीण क्षेत्र में इसे शुरू भी करेंगे। यह एक पहल जिले के लिए आगामी दिनों के लिए काफी लाभदायक सिध्द होगी।
आइडिया पर करेंगे काम
हम हमारे अन्य छात्रों के साथ ग्राम में पानी सहजने के लिए हमारे आइडिया पर भी वर्क करेंगे। यह काफी अच्छा हमारा एजुकेशन टूर है। इसमें ग्राम के लोगों से चर्चा करेंगे और यहां पर उनके लिए पानी बचाने के लिए उनके उपाए भी बताएंगे।
-संजय एल्स, एमबीए फस्र्ट ईयर छात्र, आईआईएम, इंदौर
अच्छी हुई चर्चा
धार के एडीएम ने काफी अच्छी चर्चा की। प्रोजेक्ट तैयार करने के बाद उन्होंने हमसे फीडबैक भी मांगा है। मंगलवार से हम अपने दल के साथ ग्रामीणों क्षेत्र में प्रोजेक्ट पर कार्य करना शुरू कर देंगे। हम भी यहां पर पानी सहजने के कई नए-नए आइडिया पर काम करेंगे।
-वेंगेला भारदज, एमबीए फस्र्ट ईयर छात्रा, आईआईएम, इंदौर
तरीके भी बताएंगे
ग्रामीण क्षेत्र में बारिश का पानी बहकर निकल जाता है और इसे रोकने के लिए क्या-क्या काम कर सकते है इस पर हम ध्यान केंद्रीत करेंगे। हम 4 दिनों में टीम के साथ जो वर्क हो सकता है उसे करेंगे और ग्रामीणों को इस दौरान जल सहजने के तरीके भी बताएंगे ताकि वह बारिश के पूर्व अपने-अपने घर या खेत के आसपास कर सकें।
-चेत्रा, एमबीए फस्र्ट ईयर छात्रा, आईआईएम, इंदौर
प्रोजेक्ट के लिए आए है छात्र
आईआईएम इंदौर के ६० विद्यार्थियों का दल धार के ग्रामीण क्षेत्र में वाटर कन्र्जेवेशन पर प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए आया है। चर्चा के दौरान जल सहजने के लिए हमने उनसे फीडबैक भी मांगा है। उनका फीडबैक और प्रेजेंटेशन देखने के बाद कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ जिले में इसे किस तरह करना है उस पर विचार-विमर्श करके लागू करेंगे।
-शैलेंद्रसिंह सोलंकी, एडीएम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो