परिवार के साथ सुलाता था बच्ची को
बहन भारती ने बताया कि जब से कुलदीप बच्ची को लेकर आया था। तब से बच्ची हमारे साथ ही सोती थी। कई बार बच्ची रात में रोती थी, गुरुवार रात्रि में भाई कुलदीप बच्ची को अपने साथ लेकर घर के ही एक अलग कमरे में सो गया। पूरी रात बच्ची के रोने की आवाज नहीं आई। तब सुबह 5.30 बजे उठकर देखा तो कोई हलचल कमरे में नहीं हो रही थी। इस पर दरवाजे के नीचे से झांककर भारती ने देखा तो भाई के पैर हवा में लटके हुए थे। मृजक के समीप से ही डेढ़ पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें ही मृतक ने पत्नी को ही सबसे पहले बताने के लिए कहा था।
मृतक के पिता व मां ने बताया कि कविता नाम की महिला भाग कर आई व घर पर ही रहने लगी। फिर लव मैरिज कोर्ट में की। जब कविता घर आई थी, तो उसे चार माह का गर्भ था। डिलेवरी होने के बाद कविता अपनी मां के घर शहर के अर्जुन कॉलोनी चली गई। कुलदीप समझाने के लिए भी गया था, तब उसकी पत्नी व सास ने उसके साथ मारपीट की। पत्नी कई बार हमारे बेटे को परेशान व प्रताडि़त कर चुकी हैं। पत्नी के बच्ची माही को नहीं रखने पर कुलदीप उसे लेकर गांव आ गया था।
बहन भारती ने बताया कि जब से कुलदीप बच्ची को लेकर आया था। तब से बच्ची हमारे साथ ही सोती थी। कई बार बच्ची रात में रोती थी, गुरुवार रात्रि में भाई कुलदीप बच्ची को अपने साथ लेकर घर के ही एक अलग कमरे में सो गया। पूरी रात बच्ची के रोने की आवाज नहीं आई। तब सुबह 5.30 बजे उठकर देखा तो कोई हलचल कमरे में नहीं हो रही थी। इस पर दरवाजे के नीचे से झांककर भारती ने देखा तो भाई के पैर हवा में लटके हुए थे। मृजक के समीप से ही डेढ़ पेज का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें ही मृतक ने पत्नी को ही सबसे पहले बताने के लिए कहा था।
मृतक के पिता व मां ने बताया कि कविता नाम की महिला भाग कर आई व घर पर ही रहने लगी। फिर लव मैरिज कोर्ट में की। जब कविता घर आई थी, तो उसे चार माह का गर्भ था। डिलेवरी होने के बाद कविता अपनी मां के घर शहर के अर्जुन कॉलोनी चली गई। कुलदीप समझाने के लिए भी गया था, तब उसकी पत्नी व सास ने उसके साथ मारपीट की। पत्नी कई बार हमारे बेटे को परेशान व प्रताडि़त कर चुकी हैं। पत्नी के बच्ची माही को नहीं रखने पर कुलदीप उसे लेकर गांव आ गया था।