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क्या परेशानी हमें बताओ मगर नौकरी पर लौट आओ

locationधारPublished: Jul 20, 2019 11:24:04 am

Submitted by:

atul porwal

वीआरएस के लिए आवेदन कर घर बैठ चुके डॉक्टरों से कलेक्टर करेंगे मुलाकात
 

Dhar

Dhar

पत्रिका एक्सक्लूसिव
अतुल पोरवाल@धार.
जिले की स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने का बिड़ा उठा चुके कलेक्टर अब उन डॉक्टरों से मुलाकात करेंगे, जो किसी परेशानी से तंग आकर वीआरएस का आवेदन दे चुके हैं। इनमें से कुछ डॉक्टर घर से मरीजों का उपचार कर रहे हैं तो कुछ निजी अस्पतालों में सेवाएं दे रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय में पांच डॉक्टर जिला अस्पताल की सेवाओं को अवविदा कहकर निजी प्रेक्टिस में लगे हैं। ‘क्या परेशानी हमें बताओ मगर लौट आओ’ के स्लोगन पर जल्द ही कलेक्टर श्रीकांत बनोठ उन तमाम डॉक्टरों से मुलाकात कर सरकारी सेवा में लौटा आने पर चर्चा करेंगे, जो ना चाहते हुए भी वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके हैं। बता दें कि जिला अस्पताल पहले ही डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है, वहीं कुछ और डॉक्टरों के घर बैठ जाने से परेशानियां और बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में प्रथम व द्वितीय श्रेणी डॉक्टरों के 65 पपद स्वीकृत हैं, जबकि मौजूद केवल 28 डॉक्टर हैं। प्रतिदिन 300 से अधिक ओपीडी और इतनी ही आईपीडी के कारण जिला अस्पताल में मरीजों की स्थिति बिगड़ी रहती है। हालांकि पदस्थ डॉक्टर 36 बताए जा रहे हैं, लेकिन इनमें से 8 डॉक्टर वे हैं जो सरकारी सेवाओं से परेशान होकर या तो वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके हैं या लंबी छुट्टी लेकर निजी प्रेक्टिस कर रहे हैं। हालांकि अब तक एक भी डॉक्टर का वीआरएस स्वीकृत नहीं हुआ, जिससे उन्हें दोबारा सरकारी सेवाओं के लिए बुलाया जा सकता है। यही कारण सोचकर कलेक्टर उनसे चर्चा करना चाहते हैं, जिससे जिले की स्वास्थ्य सेवाएं और बेहतर हो सके।
चले गए डॉक्टर और उनकी स्थिति
1. डॉ. आशा पवैया, वीआरएस के लिए आवेदन कर चुकी

कारण- स्त्री रोग विशेषज्ञ की कमी से बड़े लोड के कारण घर पर
ध्यान नहीं दे पाना

2. डॉ. सुमित सिसाोदिया, वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके
कारण- पूरा काम करने के बावजूद ओवर लोड मरीजों और उनके परिजनों की उल्टी सीधी बातों से तंग आकर

3. डॉ. दिलीप सोलंकी, वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके

कारण- डॉक्टरों की कमी के कारण ज्यादा भार पडऩे से परेशान होकर
4. डॉ. संजय सिंह पंवार, वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके

कारण- हाल ही में किसी मामले को लेकर डॉक्टरों के बीच हुए मौखिक विवाद से आहत होकर

5. डॉ. अंतिम बाला सोलंकी, असामान्य अवकाश पर
कारण- डॉ. पवैया के चले जाने से स्त्री रोग विशेषज्ञों की और कमी बढ़ जाने
तथा दिन-रात सेवाएं देने से घर परिवार के लिए समय नहीं निकाल
पाने के कारण

स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए यह जरूरी
ऐसी क्या परेशानी है जो सरकारी सेवा छोडने के लिए वीआरएस के लिए आवेदन करना पड़ा। स्वास्थ्य सेवाएं सुधारने के लिए उन डॉक्टरों से बात करेंगे जो वीआरएस के लिए आवेदन कर चुके हैं। उनकी परेशानियों को दूर करने का प्रयास करेंगे, जिससे डॉक्टरों की कमी दूर की जा सके।
-श्रीकांत बनोठ, कलेक्टर
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