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साहब…पक्की नौकरी के नाम पर लिए थे 35 हजार रुपए

locationधारPublished: Jan 10, 2019 12:58:59 am

Submitted by:

amit mandloi

नपा में अस्थायी कर्मचारियों ने की सीएमओ से शिकायत

office dhar

nagar palika dhar

धार.पक्का काम दिलवाने के बहाने नगर पालिका कर्मचारी ने रुपए ऐंठे और काम पर रखवा लिया। कहा पांच साल बाद स्थायी नियुक्ति हो जाएगी और ३५ हजार रुपए ले लिए। काम करते हुए महज दो माह हुए और परिषद बदल गई। इसके बाद अस्थायी कर्मचारियों की छंटनी हुई तो ३५ हजार देने वाले को भी हटा दिया गया। अब ठगे गए व्यक्ति ने नपा सीएमओ को आवेदन सौंप शिकायत दर्ज की।
ऐसे मामले नपा में होते रहते हैं, लेकिन पुख्ता व्यवस्था नहीं होने और आपसी सांठगांठ के कारण कर्मचारियों की संख्या बढ़ती रहती है। बुधवार को मामले में हिम्मतगढ़ निवासी शांतु परमार ने सीएमओ को लिखित में शिकायत कर रुपए लेने वाले नपा कर्मचारी अनिल रजक से वापस दिलवाने और उसके खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई। शांतु दो माह से 18 नवंबर कचरा वाहन चला रहा था। उसे दो माह का वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। सीएमओ ने शिकायत दर्ज कर ली है। इस मामले में वाहन शाखा प्रभारी अनिल रजक ने सभी आरोपों को नकार दिया। उसका कहना है कि यह उन्हें वाहन शाखा प्रभारी पद से हटाने की साजिश है, जिसके पीछे कोई और भी हो सकता है। पहले भी उनके खिलाफ कई झूठे आरोप लग चुके हैं।
स्वच्छता अभियान की आड़ में हुई भर्ती
नगरपालिका में अस्थायीं कर्मचारियों की भर्ती स्वच्छता अभियान की आड़ में की गई है। कर्मचारियों को बाले-बाले रखा गया है। इसमें एनजीओ के माध्यम से स्वच्छता अभियान में जुड़े एवं बाद में जोड़-तोड़ से नगरपालिका में ही नौकरी पर लगे । इसमें एक अस्थायी कर्मचारी की बड़ी भूमिका सामने आई है। सूत्रों की माने तो अनिल रजक तो पद की प्रतिस्पर्धा के चलते निशाने पर आया है, लेकिन रिश्वत देकर नौकरी पर लगने के मामले में शिकायतकर्ता भी झूठ नहीं बोल रहे हैं। यह सिर्फ एक मामला नहीं है बल्कि लगभग 20 से अधिक कर्मचारी बगैर नगरपालिका की सक्षम स्वीकृति के लेन-देन कर रखे गए थे। नौकरी से हटाने के बाद शांतु नाम के कर्मचारी ने आवाज उठाई है।
पूर्व सीएमओ ने हटा दी फाइल
सूत्रों की माने तो रविवार को पूर्व नगरपालिका सीएमओ डॉ. मधु सक्सेना अपने निजी काम से धार आई थी। इस दौरान बाले-बाले रखे गए इन कर्मचारियों के रखने के आदेश की फाइल पूर्व सीएमओ से हस्ताक्षर करवाने की कोशिश की गई, ताकि इनका वेतन दिलवाकर इनसे पीछा छुड़वाया जा सके। हालांकि पूर्व सीएमओ डॉ. सक्सेना ने फाइल पर हस्ताक्षर करने से इनकार करते हुए कर्मचारी को लौटा दिया। इसके बाद लगाए गए अस्थायी कर्मचारियों की नाराजगी से बचने के लिए कर्मचारी छुट्टी पर चला गया।
पुलिस की मदद ले
यदि किसी के साथ आर्थिक दगाबाजी हुई है तो इसमें मैं क्या कर सकता हूं। मैने तो धार नपा का अभी चार्ज लिया है और यह मामला पुराना है। जिसे क्षति पहुंची है वे पुलिस की मदद ले और जिसने रुपए ऐठे हैं उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज कराए।
-आरएस मंडलोई, सीएमओ नपा धार
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