धरावरा की सेंटर इंचार्ज कर रही थी मदद ,नालछा में डॉक्टर का क्लिनिक भी किया सील
VIDEO धरावरा सीसीसी सेंटर में मरीजों की दवाईयों के हक पर डाका डाल रहे थे निजी डाक साब…. अधिकारियों ने रंगे हाथों पकड़ लिया
धार. धरावरा के सीसीसी सेंटर में नौकरी करने वाले डाक्टर और सेंटर इचार्ज वहां भर्ती मरीजों की दवाईयों पर ही डाका डाल रहे थे। दोनों मिलकर दवाईयों की गडबडी कर रहे थे, जिसके चलते जरूरतंद मरीजों को नहीं मिल रही थी। मरीजों को दवाईयां नहीं मिलने की जानकारी प्रशासन तक पहुंची तो सिटी मस्जिस्टे्रट शिवांगी जोशी और डीएसपी यशस्वी शिंदे ने डॉ घनश्याम जाट को दवाईयां ले जाते रंगे हाथों पकड लिया। जाट का निजी अस्पताल नालछा है जहां ये मरीजों का इलाज करते है। उन्हें ही ये सरकारी दवाइयां भी बेची जा रही थी। इसके बाद अमला जाट के क्लिीनिक नालछा पहुंचा जहां मरीजों को सोफे पर लेटाकर इलाज किया जा रहा था। बदइंतजामी देखकर दोनों अधिकारी काफी नाराज हुई। अधिकारियों ने अस्पताल सहित मेडिकल का जायजा लेकर बारिकी से जांच की। जाट का नालछा का क्लीनिक सील कर दिया गया है। सिटी मजिस्टे्रट ने बताया कि डाक्टर और स्टोर इंचार्ज डॉ पूर्णिमा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।
कार में भरी थी दवाईयां सिटी मजिस्ट्रेट शिवांगी जोशी को सूचना मिली थी कि धरावरा कोविड सेंटर में खड़ी एक कार में सरकारी दवाईयां रखी गई है। सिटी मजिस्ट्रेट जोशी, डीएसपी यश्विनी शिंदे और उनकी टीम मौके पर पहुंची और आयुष डॉक्टर घनश्याम जाट की कार क्रमांक एमपी.11.सीसी.4034 की जांच की। कार से टीम ने सरकारी दवाईयां, हेंड सेनेटाइजर और अन्य सामग्री बरामद की। जब स्टोर इंचार्ज डा पूर्णिमा से दवाईयों और स्टॉक के बारे में पूछताछ की तो यहां भी गड़बड़ी मिली। स्टोर रजिस्टर में स्टॉक की इंट्रियां नहीं की गई थी। सिटी मजिस्ट्रेट जोशी ने बताया कि कई दिनों से दवाईयों की कमी होने की जानकारी मिली रही थी।