धार

राखी जो बांधी है वह बदलाव के लिए है

कैदियों को राखी बांधकर लिया अपराध से दूर रहने का वचन

धारAug 21, 2019 / 11:14 am

atul porwal

राखी जो बांधी है वह बदलाव के लिए है

धरमपुरी.
राखी वैसे तो भाई-बहन का त्योहार होता है, जिसमें बहन का प्यार और भाई की रक्षा का वचन छलकता है। लेकिन धरमपुरी में कुछ बहनों ने ऐसा काम किया, जो समाजिक जागरूकता लाएगा। दरअसल बहनों ने जेल में बंद कैदियों के हाथों पर रखी तो बांधी, लेकिन बदले में ऐसा वचन लिया, जिससे उनके सुधरने की संभावनाएं बढ़ गई है। मां अन्नपूर्णा रोगी सेवा संस्थान समिति धामनोद की बहनों ने स्थानीय उपजेल में कैदियों के हाथों में रक्षा सूत्र बांधकर जीवन में अपराध से दूर रहने का संकल्प दिलवाकर अपराधन नहीं करने का वचन भी लिया।
मां अन्नपूर्णा रोगी सेवा संस्थान द्वारा उपजेल में 15 अगस्त व रक्षा बंधन कैदियों के साथ मनाया गया। ट्रस्ट की बहन सीमा जैन मण्डलोई, ट्रस्ट मैनेजर कविता तोमर, त्रिशला, शिवानी ने स्थानीय उपजेल में जेल अधीक्षक महालक्ष्मी सिंह की उपस्थिति में 88 विचाराधीन बंदियों और कैदी भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधे। ट्रस्ट की सीमा जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि कलाई पर जो राखी बांधी है उसके बदले केवल इतना वचन चाहिए कि आगे से आप कभी कोई अपराध नहीं करेंगे। क्रोध में आकर जो गलती की है उसे भुलाकर अच्छे विचार मन में लाकर अपने मानव जीवन को सफल बनाना है। ट्रस्ट द्वारा स्व. शरद कंठाली की स्मृति में आत्मा की शुद्धी व भगवान के पत्रक और मिठाई बांटी। जेल के स्टॉफ को भी रक्षा सूत्र बांधे। ट्रस्ट अध्यक्ष दीपक प्रधान व सचिव ऋषि पटेल ने उपजेल अधीक्षक व स्टाफ का बहुमान श्रीफल, स्मृति चिन्ह देकर व दुपट्टा पहनाकर किया।

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