शिलालेख पर सरपंच का नाम ही नहीं, विधायक अलावा भूमिपूजन स्थल से लौटे
भाजपा नेताओं ने भी जताई आपत्ति

मनावर. जाजमखेड़ी में लाखों की लागत से पुलिया के निर्माण के भूमिपूजन के शिलान्यास पत्थर पर वहीं के सरपंच का नाम नहीं लिखा गया। इतना ही नहीं अन्य भाजपा के नेताओं की भी उपेक्षा हुई है। सरपंच का नाम नहीं होने से विधायक डॉ. हीरालाल अलावा कार्यक्रम स्थल से लौट गए। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें झाबुआ जाना था।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मप्र शासन द्वारा स्व. आसाराम सोलंकी मार्ग मंगला देवी मंदिर से ग्राम जाजमखेड़ी तक 88 लाख 47 की लागत से होने वाले मार्ग एवं पुलिया निर्माण का भूमि पूजन सांसद छतरसिंह दरबार मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता विधायक हीरालाल अलावा ने की। विशेष अतिथि अध्यक्ष जनपद पंचायत मनावर योगेंद्र सिंह मुवेल, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष मनावर विक्रम निगवाल, जनपद पंचायत सदस्य गणेश जर्मन की उपस्थिति में आयोजन किया था। शिलालेख पर अन्य जनप्रतिनिधियों के नाम नहीं होने एवं आरइएस विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्यक्रम में संबंधित अतिथियों को सूचना नहीं देने की नाराजगी के चलते जनपद अध्यक्ष जनपद सदस्य एवं भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक सोहन सोलंकी विशेष रूप से उपस्थित थे । साथ ही भाजपा नेता नारायण सोनी ,ग्राम जाजमखेड़ी के भानालाल सोलंकी, दिनेश परिहार सहित ग्रामीण उपस्थित थे। विधायक हीरालाल अलावा भूमि पूजन के लिए पहुंचे जहां उन्हें मालूम हुआ कि शिलालेख पर जाजम खेड़ी के सरपंच का नाम नहीं है तो अलावा भी नाराज हो गए एवं वापस चले गए । मार्ग व पुलिया के भूमि पूजन कार्यक्रम में विभाग द्वारा क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधियों को भी सूचना नहीं देने तथा प्रोटोकॉल के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्ष एवं क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य का नाम शिलालेख पर नहीं होने को लेकर नाराज जनप्रतिनिधियों ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर आर्रएस विभाग की जनप्रतिनिधियों के प्रति उपेक्षित कार्यप्रणाली एवं प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने को लेकर शिकायत करने की बात कही है।
सरपंच का नाम लिखना था, उनका नाम नहीं होने पर मैंने विरोध किया। मुझे झाबुआ जाना था, इसलिए लौट गया।
डॉ. हीरालाल अलावा, विधायक
किस जगह भूमिपूजन किस कार्य के लिए हुआ है। इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है। मैं अभी 2 दिनों से जिले की बैठक में व्यस्त हूं । मालूम करके बताता हूं।
विनोद दोहरे, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग, मनावर
जनप्रतिनिधियों के प्रोटोकॉल की अनदेखी करना आरइएस विभाग की सोची समझी योजना है। अधिकारी झूठ बोल रहे हैं । इन्होंने हमें कोई सूचना नहीं दी। अधिकृत सूचना नहीं होने से हम कार्यक्रम में भाग नहीं ले पाए।
योगेन्द्र मुवेल, जनपद पंचायत अध्यक्ष, मनावर
जिस ग्राम व क्षेत्र में भूमि पूजन कार्यक्रम हो रहा था उस पंचायत क्षेत्र का जनपद सदस्य हूं। आरइएस विभाग के अधिकारी जनप्रतिनिधियों को कुछ भी नहीं समझते। मुझे तो ग्राम जाजमखेड़ी के लोगों से मालूम पड़ा कि मार्ग पुलिया भूमि पूजन का कार्यक्रम है। आरइएस विभाग के उपयंत्री एवं कार्यपालन यंत्री की इस कार्यप्रणाली के विरुद्ध कलेक्टर को लिखूंगा कि इस तरह की उपेक्षा करने वाले इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। गणेश जर्मन,जनपद पंचायत, सदस्य
& आरइएस के अधिकारी वर्ग जनप्रतिनिधियों को कुछ भी नहीं समझ रहे हैं। हमारे बिना पूछे शिलालेख पर नाम दर्ज कर दिया, लेकिन हमें सूचना नहीं दी गई। यह गलत है इनके खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए क्योंकि इन्होंने जनप्रतिनिधियों के नाम शिलालेख पर लिखकर उन्हें सूचना न देना उनका अपमान करना है। विक्रम निंगवाल, भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष, मनावर
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