धार . गणपति घाट में हो रही दुर्घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट मैनेजर सुमित कुमार ने सांसद सावित्री ठाकुर के साथ गणपति घाट सहित गुजरी मार्ग के तीन स्थानों की वास्तुस्थिति देखी। वहीं इंदौर-मुंबई मार्ग पर हो रही दुर्घटना के लिए अंडरपास बनाने को लेकर वहां मौजूद लोगों ने एनएचएआई को घेरा। सांसद ने अधिकारी से अपने संसदीय क्षेत्र महु से खलघाट तक सर्विस रोड बनाने की बात कही। अधिकारी ने सांसद को सड़क परिवहन मंत्री
नितिन गडकरी को मांग पत्र भेजने के लिए कहा।
१० साल बाद भी नाली का निर्माण नहींइधर खलघाट चौराहे और टोल के नजदीक नाली नहीं होने की शिकायत विष्णु मालाधारी व महादेव पाटीदार ने की। उन्होंने कहा कि 10 वर्ष गुजर जाने के बाद भी नालियों का निर्माण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि बड़ी समस्या है कोई तकलीफ नहीं आएगी। जिस पर एनएचएआई के अधिकारी ने नाली निर्माण के लिए जगह बताने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि निर्माण तो करा दिया जाएगा, लेकिन किसी का विरोध न हो। इधर फोरलेन पर कम पेड़ों की भी शिकायत की गई।
इस वजह से हो रहीं दुर्घटनाएं
ढलान अधिक होने से आती है दुर्घटना की नौबत
गणेश घाट में मुख्य तकनीकी खामी ग्रेडियेंट की है।
तीन किमी के घाट सेक्शन में ढलान सीधी होने के कारण भारी वाहन के चालक ब्रेक लगाने के कारण संतुलन नहीं रख पाते हैं और दुर्घटना हो जाती है।
घाट में सीधी ढलाने के कारण ट्रक, ट्रॉले आदि के ब्रेक लगाने पर इसमें भरे लोड का प्रेशर ड्राइवर के केबिन पर आ जाता है। इससे चालक संतुलन नहीं रख पाता।
बे्रक फेल हो जाते हैं तो ब्रेक चिपक जाते हैं। इससे भी हादसे होते हैं।
6 माह लगेंगे प्रोजेक्ट बनाने में सुमित कुमार ने बताया कि 7.1 किमी मार्ग का निर्माण की लागत करीब 100 करोड़ रुपए होगी। इसकी डीपीआर व स्वीकृति के लिए करीब 3 माह लग सकते हैं। पूरी प्रक्रिया में 6 माह लग सकते हैं। इसके निर्माण में करीब 2 वर्ष लग सकते हैं। तत्कालिक व्यवस्था के लिए अतिरिक्त मार्ग करीब 800 मीटर बनाने के लिए दिल्ली कार्यालय को प्रस्ताव भेजा है। इसमें भारी वाहन और छोटे वाहनों के लिए अलग व्यवस्था की जाएगी। सुमित कुमार ने यह भी बताया कि वे एसपी से उन्हें घाट क्षेत्र में दो जवानों की 24 घंटे तैनाती की स्वीकृति मिल गई है। ये जवान वाहनों को रोककर समझाइश भी देंगे। इधर वन भूमि अधिग्रहण के लिए वन विभाग से भी संपर्क किया जा चुका है। इस दौरान जनरल मैनेजर रविन गुप्ता, आरपी पनार टीम लीडर, अशोक कुमार गौड़ प्रोजेक्ट मैनेजर, सांसद के निजी सहायक योगेन्द्र चौहान, हरि पाटीदार,
दिनेश शर्मा , रविराज वर्मा, रामलाल यादव, सुभाष चक्कीवाला, महेन्द्र चौहान, महादेव पाटीदार आदि मौजूद थे।