पटाखे फोड़कर हटाया
कुछ लोग वीडियो बनाने में व्यस्त थे तो कुछ लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सूचना मिलने के बाद वनकर्मियों को मौके पर भेजा था। पर प्रयास करने के बाद भी तेंदुओं रोड़ छोड़ने को तैयार नहीं थे। आखिर में वनकर्मी ने पटाखे फोड़े, तब कहीं जाकर तेंदुओं ने सड़क छोड़ी और जंगल की ओर चले गये।
बढ़ रही है तेंदुओं की तादात
वन विभाग के अनुसार मांडू और धामनोद वन क्षेत्र में करीब 11 तेंदुए हैं। और लगातार इनकी तादात बढ़ती जा रही है इसलिये अब ये ग्रामीण इलाके और सड़क का रुख करने लगे हैं। इस विषय में मांडू वन परिक्षेत्र अधिकारी आफताब खान ने बताया कि शिकार की तलाश में तेंदुआ विचरण कर रहे हैं। खान ने बताया कि पहले मांडू वन परिक्षेत्र में तेंदुए की संख्या कम थी पर अब हमारी विभागीय जानकारी के अनुसार तेंदुआ की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके कारण तेंदुआ की चल कर्मी देखने को मिल रही है। खान ने बताया की जानकारी मिलने पर तत्काल विभाग ईडन को रवाना कर हम आबादी क्षेत्रों को अलर्ट कर देते हैं हमारा जनता से भी निवेदन है कि वह अकेले या बिना काम के सुनसान जंगल क्षेत्रों में नहीं जाए और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।
कुछ लोग वीडियो बनाने में व्यस्त थे तो कुछ लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सूचना मिलने के बाद वनकर्मियों को मौके पर भेजा था। पर प्रयास करने के बाद भी तेंदुओं रोड़ छोड़ने को तैयार नहीं थे। आखिर में वनकर्मी ने पटाखे फोड़े, तब कहीं जाकर तेंदुओं ने सड़क छोड़ी और जंगल की ओर चले गये।
बढ़ रही है तेंदुओं की तादात
वन विभाग के अनुसार मांडू और धामनोद वन क्षेत्र में करीब 11 तेंदुए हैं। और लगातार इनकी तादात बढ़ती जा रही है इसलिये अब ये ग्रामीण इलाके और सड़क का रुख करने लगे हैं। इस विषय में मांडू वन परिक्षेत्र अधिकारी आफताब खान ने बताया कि शिकार की तलाश में तेंदुआ विचरण कर रहे हैं। खान ने बताया कि पहले मांडू वन परिक्षेत्र में तेंदुए की संख्या कम थी पर अब हमारी विभागीय जानकारी के अनुसार तेंदुआ की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके कारण तेंदुआ की चल कर्मी देखने को मिल रही है। खान ने बताया की जानकारी मिलने पर तत्काल विभाग ईडन को रवाना कर हम आबादी क्षेत्रों को अलर्ट कर देते हैं हमारा जनता से भी निवेदन है कि वह अकेले या बिना काम के सुनसान जंगल क्षेत्रों में नहीं जाए और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें।
मांडू वन परिक्षेत्र में कई ऐसी घटनाएं सामने आई है जिसमें तेंदुआ अवधि क्षेत्र में पहुंचा है। आमतौर पर वह जंगल में ही रहता है पर बताया जाता है कि जब शिकार की तलाश में वह निकलता है तो वह आबादी क्षेत्रों में भी पहुंच जाता है । वन परिक्षेत्र के कई स्थानों पर उसके पग मार्क भी देखने को मिलते हैं। जब इनकी चहल कदमी बढ़ती है तो आलम यह भी रहता है कि लोग अपने खेतों में भी नहीं जाते इन दिनों लगातार तेंदुए के विचरण को देखा जा रहा है।