बिल पूरे महीने का, पानी केवल १० दिन, वह भी महज पांच घंटे
धारPublished: Apr 13, 2019 12:09:12 am
घरेलू, औद्योगिक व व्यावसायिक कनेक्शन पर एक दिन छोड़कर पानी देने का दावा
बिल पूरे महीने का, पानी केवल १० दिन, वह भी महज पांच घंटे
धार. गर्मी के कोहराम के बीच नगर पालिका ने भी मनमानी रवैया अपना लिया है। बड़े घरों में तो बोर से पानी की पूर्ति हो रही है, लेकिन सामान्य व गरीब वर्ग के घरों में पानी का हाहाकार मचने लगा है। पूरे महीने का पैसा वसूलने वाली नगर पालिका शहर के कई क्षेत्रों में तीन और चार दिन छोड़कर पानी दे रही है। कई कॉलोनियों के नलों में आधा घंटा आने वाला पानी परिवारों की पूर्ति नहीं कर पा रहा है, जिससे नाराज रहवासी आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। इनका कहना है कि तीस दिन का बिल थमाने और रुपया वसूलने के बावजूद महीने में केवल पांच घंटे पानी मिल रहा है। हालाकि नपा अधिकारी एक दिन छोड़कर पानी उपलब्ध कराने का दावा ठोक रहे हैं।
नपा रिकॉर्ड के अनुसार शहर में कुल ९ हजार ८८६ नल कनेक्शन है, जिनमें से केवल ७० फीसदी कनेक्शनधारी ही समय पर मासिक रुपया जमा कराते हैं। जबकि बाकि इसे टाल जाते हैं। हालाकि वैधानिक कनेक्शन के अलावा लगभग १५०० नल कनेक्शन अवैधानिक रूप से संचालित हो रहे हैं, जिन पर भी जिम्मेदारों का ध्यान नहीं है। इससे ना केवल जरूरतमंदों को समय पर पानी नहीं मिल पा हरा है, बल्कि नपा का खजाना भी लूटता जा रहा है। राजस्व के नुकसान को लेकर भी नपा के अफसर नजरअंदाजी कर रहे हैं। गौरतलब है कि वैधानिक कनेक्शन से नगर पालिका को सालाना ८० लाख ९६ हजार २५५ रुपए की आय होना चाहिए। कुल ९ हजार ८८६ नल कनेक्शन में १३ औद्योगिक, ७२ व्यावसायिक तथा ९ हजार ८०१ कनेक्शन घरेलू हैं। घरेलू कनेक्शन पर १०० रुपए प्रतिमाह, औद्योगिक पर ३२० रुपए प्रति माह तथा व्यावसायिक पर २८० रुपए प्रतिमाह का राजस्व निर्धारित है।
घरेलू पेयजल उपलब्धता के लिए वॉल्व खोलने का कोई समय तय नहीं है। कभी सुबह, कभी दोपहर तो कभी रात को जल सप्लाय की जा रही है। वॉल्व खोलने के बाद कर्मचारी साइकिल पर पाना बजाता निकल जाता है। जिसे आवाज सुनाई दे जाए वह पानी का हकदार, नहीं तो नपा ने अपना कर्तव्य निर्वाह कर दिया है। कई लोगों का कहना है कि वॉल्व खोलने के बाद कर्मचारी के आने में जो समय लगता है उतना टाइम बेकार हो जाता है। आधा घंटा जल सप्लाय का दावा करने वाले कर्मचारी के आने में जितना समय बर्बाद हो रहा है, उसके बाद अधिकतम २० मिनट ही पानी मिल पा रहा है।
ये है व्यावसायिक का दर्जा :
नपा की सब इंजीनियर दिव्या सोलंकी के अनुसार ऐसे उपभोक्ता जो दुकानों या होटलों के लिए नल कनेक्शन लेते हैं, व्यावसायिक में आते हैं। रिकॉर्ड के अनुसार शहरभर में केवल ७२ ही व्यावसायिक कनेक्शन है।