कैसे बह गया लाखों की लागत से बना तालाब
अमझेरा.
गंंधवानी तहसील की ग्राम पंचायत जलोख्या के अंतगत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग डिविजन मनावर की ओर से बनाया गया तालाब पिछले दिनों हुई बारिश में पूरी तरह ध्वस्त हो गया। इससे पानी बह निकला। इसका निर्माण उप यंत्री कमलेश सावला द्वारा बिजलपुर में मसानिया नाला के नाम से स्वीकृत लाखों की रुपए की लागत से बनाया गया था। तालाब के समीप रहने वाले ग्रामीण रमेश व मोहन ने बताया कि तालाब निर्माण के दौरान पडल सही तरीके से नहीं खोदी गई है। तालाब बनाते समय काली मिट्टी को ट्रैक्टरों से ऊपर से ही डाल दी गई एवं इसको दबाया भी नहीं गया है। इसके चलते तालाब फूट गया और इसमें सं”्रहित हुआ पानी बह गया है। जलोख्या के भाजयुमो के मंडल मंत्री राजेश डावर ने तालाब निर्माण कार्य करने वाले इंजीनियर सावला पर आरोप लगाया कि तालाब के निर्माण कार्य को मजदूरों से नहीं करते हुए नियम के विरुद्ध जेसीबी व पोकलेन मशीन के मध्यम से करवाया गया तथा जॉब कार्ड में हेराफेरी कर मजदूरों की लाखों की राशि निकाली है। वहीं क्षेत्र के जनपद सदस्य रेमसिंह भूरिया ने बताया कि गंधवानी तहसील में आरइएस विभाग में गुलाबसिंह ठाकुर तथा कमलेश सावला यह दोनों इंजीनियर के पद पर विगत कई वर्षों से एक ही जगह जमे हुए हैं। इनके खिलाफ जल्द ही लिखित शिकायत दर्ज कराऊंगा। बता दें कि विभाग के इंजीनियर ठाकुर द्वारा भी बनाए गए तालाब भी अनियमितताओं के कारण घटिया बने हुए हैं।
इनका कहना है-
-तालाब का काम अभी पूर्ण नहीं हुआ है। यह अंडर कंस्ट्रक्शन की वजह से फूटा है।
-वीरेंद्र पटेल, एई, आरइएस, गंधवानी।
चुनाव आयोग को करेंगे शिकायत
-गंधवानी मे सालों से आरइएस विभाग में जमे गुलाब ठाकुर एवं सावला उप यंत्री को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर जल्दी हटवाया जाएगा तथा पूर्व में इनके द्वारा किए गए कार्य की भी जांच कराई जाएगी।
-मालती पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष धार।