नागदा. इंसान जन्म से नहीं कर्म से महान बनता है, कर्म अच्छे करने पर इंसान को सद्गति प्रदान होती है। हमारे पुराने पुण्योदय से हमें भारत क्षेत्र, मानव जीवन एवं उच्च कुल प्राप्त हुआ। उच्च कुल प्राप्त होना हमारा पुराना पुण्योदय है। ङ्क्षकतु इस जन्म में रहकर किए गए सद्कार्य हमें अगले भव को तारेंगे। यह बात प्रवचन शांतिनाथ देरासर पर आयोजित धर्मसभा में पपू नित्यानंद सुरीश्वरजी के सुशिष्य पपू प्रसन्नचन्द्र सुरीजी मसा ने दिए। इसके पूर्व शांतिनाथ अतिथि भवन से नवकारसी के बाद बैंड-बाजों के साथ पूज्य गच्छाधिपति श्री नित्यसेन सुरीश्वरजी म.सा. एवं मुनि मंडल का मंगल प्रवेश जुलूस जैन सकल श्रीसंघ के श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति में नगर में निकाला गया। जगह-जगह जैन समाजजनों द्वारा प.पू. गच्छाधिपति म.सा. की गहुली कर आशीर्वाद लिया। पूज्य गुरूदेव बडनग़र में दीक्षा महोत्सव संपन्न कराकर नागदा श्रीसंघ की विनती पर नागदा आए थे। इस अवसर पर संघ पूजा का लाभ संघवी संतोष कुमार शैतानमल मेहता परिवार द्वारा लिया गया। धर्मसभा में संघ अध्यक्ष संतोष मोदी, शैतानमल कांकरिया, कालुमल नाहर, सुरेश मूथा, अभय मेहता, दिलीप नाहर, विजय मेहता, संजय जैन, संजय बरडिय़ा, नरेन्द्र पगारिया, नितेष सुराना, पवन मेहता, प्रदीप जैन, पुखराज कटारिया, पारस मोदी सहित अनेक श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे। संचालन राजेन्द्र बोकडिय़ा ने किया।