scriptसाबूदाने की थैलियों में छुपाकर ले जा रहे थे करोडों की चंदन की लकड़ी | Were taking away sandalwood from crores hiding in sagon bags | Patrika News

साबूदाने की थैलियों में छुपाकर ले जा रहे थे करोडों की चंदन की लकड़ी

locationधारPublished: Sep 17, 2019 12:00:30 pm

Submitted by:

Amit S mandloi

राउ-खलघाट टोल पर इंदौर की टीम ने पकड़ा

साबूदाने की थैलियों में छुपाकर ले जा रहे थे करोडों की चंदन की लकड़ी

साबूदाने की थैलियों में छुपाकर ले जा रहे थे करोडों की चंदन की लकड़ी

धामनोद विकास पटेल
एक ट्रक में साबूदाने की बोरिया के नीचे छिपाकर लाल चंदन चेन्नई से उत्तर प्रदेश ले जा रहे थे। जिसकी सूचना वन विभाग को मिली। टीम ने इंदौर से पीछा किया और ट्रक को राउ-खलघाट टोल पर धरदबोचा। ड्रायवर से बिल्टी मांगी तो उसने साबूदाने की बताई। टीम को सूचना पुख्ता थी,जिसके चलते जब साबूदाने की बोरियां हटाई तो नीचे करोडों की चंदन की लकडियां जमी थी। जिसकी बाजार में कीमत 10 से 15 करोड है,हालांकि अभी वजन नहीं होने से मूल्य का सही आंकलन नहीं हो पाया है। समाचार लिखे जाने तक तौल जारी है।
संयुक्त वन मंडल अधिकारी राकेश कुमार डामोर ने बताया कि इंदौर के इंटेलिजेंट ब्यूरो द्वारा ट्रक क्रमांक 61 सी 10 96 रोका गया है । ट्रक में लाल चंदन बताया जा रहा है वहीं तकरीबन इसकी लागत 10 से 15 करोड़ तक हो सकती है । डामोर ने बताया कि ट्रक की मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी इस को पकडऩे के लिए सेंट्रल एक्साइज एवं इंटेलिजेंट ब्यूरो वन विभाग की टीम लगी हुई थी।
इस ट्रक में लाल चंदन के ऊपर आटे और साबूदाने की बोरियों से ढंका हुआ था । वाहन की बिल्टी में साबूदाना और आटा चेन्नई से यूपी की ओर ले जाया जा रहा था , लेकिन इनके पीछे लकडी छुपाकर रखी गई थी। डामोर ने बताया कि ट्रक में सवार सुरेश कृष्णमूर्ति ,पालनमुदन दोनों तमिलनाडु के र हने वाले है। हिंदी और अंग्रजी भाषा नहीं आने के कारण पूछताछ में दिक्कतें आरही है। डामोर ने बताया कि एक टन का बाजार मूल्य एक से डेढ करोड है। ट्रक में एक अनुमान के मुताबिक १५ से २० करोड की लकड़ी तस्करी से ले जाई जारही है। हालांकि तौल के बाद स्पष्ट आंकडा सामने आएगा। ट्रक 10 पहिया वाहन है । कार्रवाई के लिए वाहन को अभी वन परिक्षेत्र धामनोद लाया गया
है।
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