चौकी प्रभारी प्रतीक शर्मा ने बताया कि 14 अप्रेल को कियोस्क पर चोरी की वारदात हुई थी। सेंटर से करीब एक लाख रुपए की चोरी हुई थी। मामले में प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू की। चोरी की वारदात सेंटर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। ऐसे में कैमरे में दिखाई दे रहे दो संदिग्ध युवकों की तलाश शुरू की गई। रिकॉर्डिंग में दिखे एक युवक ने हाथ में कडा पहन रखा था। जिसके बाद चांदी का कडा पहनने वाले युवक की तलाश शुरू की गई तथा मुखबिर तंत्र के आधार पर पुलिस को जानकारी प्राप्त हुई कि घटना दिन से कोनू नाम का युवक घाटाबिल्लौद छोडक़र अपने गांव डही चला गया था।
जिसके बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई व एक टीम डही पहुंची। जिसके बाद कोनू पिता बोंदरसिंह को गिरफ्तार किया।
जिसके बाद पुलिस टीम सक्रिय हुई व एक टीम डही पहुंची। जिसके बाद कोनू पिता बोंदरसिंह को गिरफ्तार किया।
आरोपी कोनू ने बताया कि घाटाबिल्लौद में ही जेसीबी चलाने का काम करता हैं तथा अपने दोस्त रितिक पिता मनोज के साथ सेंटर पर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था व किसी को शंका नहीं हो। इसके लिए अपने गृह गांव चले गए थे व दोनों आरोपियों ने आपस में 50-50 हजार रुपए बांट लिए थे। आरोपी कोनू ने डही पहुंचकर चोरी के रुपए से 15 हजार रुपए का एक मोबाइल फोन खरीदा था। पुलिस ने आरोपी का फोन व घर पर छुपाकर रखे 20 हजार रुपए जब्त किए है। चौकी प्रभारी प्रतीक शर्मा, एएसआई नितिन पाटील, शैलेन्द्र सिंह बुंदेला, प्रधान आरक्षक विजय भाटी, आरक्षक अमित जाट, सैनिक मुकेश सिसौदिया का सहयोग रहा।