यह बात जिला कलेक्टर पंकज जैन में पत्रिका से दूरभाष पर चर्चा में कही । कलेक्टर ने बताया गहरीकरण का काम हम जनभागीदारी से शीघ्र ही चालू कर रहे हैं । इंदौर की लोटस वेली की तर्ज पर तालाब में लगे पुष्पों का संरक्षण कर इन्हें और विकसित किया जाएगा । इस धरोहर को सहेजने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है । कमल के पुष्प को लेकर पत्रिका ने लगातार खबरें प्रकाशित की है जिसको संज्ञान में लेते हुए नगर पालिका और जिला प्रशासन ने कदम बढ़ाए हैं । शीघ्र ही मांडू में नई सौगात के रूप में कमल सरोवर देखने को मिलेगा । बारिश के दिनों में फूलों से लबरेज तालाब मांडू की खूबसूरती को चार चांद लगाएगा। तालाब में कमल के फूल खिलने पर नगर के बुद्धिजीवी तबके ने भी इसके संरक्षण की मांग की थी। जो पूरी होती नजर आरही है।
पुरातन कालीन है तालाब बरसात के मौसम में जून.जुलाई के महीने में करीब 30 एकड़ में फैला यह तालाब किसी बड़ी नदी जैसा दिखता है। दशक भर से लोग इस तालाब की सुंदरता, कमल के फूलों और पक्षियों के झुंड को देखने आते हैं। सागर तालाब मांडू का ह्रदय स्थल है ।