दरअसल भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष के तौर पर जय सूर्या की नियुक्ति दिसंबर-२०२१ में हुई थी। इसके बाद भाजयुमो की जिला कार्यकारिणी की घोषणा कुछ वक्त के बाद कर दी गई थी, लेकिन मंडल अध्यक्षों की टीम बनना बाकी थी। लंबे इंतजार के बाद दो दिन पहले शुक्रवार देर रात जिले के ३४ में से २४ मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा की गई थी। लेकिन विरोध और नामों पर खिंचतान के चलते उसे फिर से रोक दिया गया। भाजपा मीडिया प्रभारी संजय शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
धार ग्रामीण में पैराशूट इंट्री धार ग्रामीण मंडल भाजपा के लिए हमेशा से कमजोर रहा है। इसमें बीते चुनावों में कांग्रेस ने लीड ली है। सूत्रों के अनुसार राजपूत बाहुल्य इस मंडल के लिए करण सेना से जुड़े गोकुल डोडिया निवासी धरावरा का नाम पैनल में सबसे उपर था। डोडिया दो बार महामंत्री रह चुके है। लेकिन नियुक्ति घाटाबिल्लौद के सुमित रघुवंशी को मिल गई। बताया जा रहा है कि सुमित इससे पहले किसी पद पर नहीं रहे। पैराशूट इंट्री के तौर पर इन्हें देखा गया। इस कारण विरोध बढ़ गया। पूर्व महामंत्री उमेश गुप्ता के कहने पर सुमित की नियुक्ति की बात कही जा रही है।