ममता के जेठ दिलीप ने बताया कि वह माता-पिता, अपने बच्चों और भाई की पत्नी और उनके बच्चों के साथ गांव में ही रहकर मजदूरी करता है। भाई संतोष जयपुर और उदयपुर में किसी कंपनी में ट्रैक्टर चलाता है। माता-पिता बहू और बच्चों का पूरा खयाल रखते हैं लेकिन इनके पति-पत्नी के बीच क्या विवाद हो रहा यह किसी को नहीं बताया। दोपहर में वह बेटी को लेकर उसके मामा के यहां जा रहे थे। धामनोद पहुंचने पर फ ोन आया तो वापस लौटकर पहले बदनावर और फिर रतलाम पहुंचे।
&शाम करीब चार बजे तीन बच्चों को लाया गया। उनकी मां को भी जहर पीने से अस्पताल में भर्ती कराया गया। शाम छह बजे परी उर्फ प्राची की मौत हो गई। कुणाल और साक्षी को इंदौर रैफर किया था। रास्ते में कुणाल ने भी दम तोड़ दिया है। साक्षी को इंदौर भेजा गया हैए उसकी हालत भी गंभीर बनी हुई है।-डॉ. नावेद कुरैशी, प्रभारी पीआईसीयू