भविष्यवाणी में बताया गया कि नया वर्ष (विक्रम संवत) राष्ट्राध्यक्षों के लिए विपरीत परिस्थितियां लेकर आएगा। आपसी द्वंद्व की स्थिति बनेगी। राजनीतिक दलों में मनमुटाव और विरोध बढ़ेगा। हिंसा व आतंकी घटनाओं में वृद्धि होगी। ऋतुजनित प्रकोप से जनमानस के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। यह वर्ष सेना, सीमा एवं यातायात के लिए कष्टप्रद रहेगा। आइए जानते हैं कि इस बार के चौपड़ा वाचन में देश और दुनिया के लिए क्या वर्षफल बताया गया।
सत्तासीन लोगों से लोगों का विश्वास उठेगा
शनि की दशा के कारण सत्तासीन लोगों के प्रति जनता में विश्वास में कमी आएगी। पशुधन की न्यूनता, दूध में कमी, तस्करी में वृद्धि होगी। आग से नुकसान की आशंका।
शनि की दशा के कारण सत्तासीन लोगों के प्रति जनता में विश्वास में कमी आएगी। पशुधन की न्यूनता, दूध में कमी, तस्करी में वृद्धि होगी। आग से नुकसान की आशंका।
बुध लाएगा तेल, शक्कर में कमी
इस वर्ष बुध के प्रभाव से तेल, लहसुन, गुड़, हींग और शक्कर के उत्पादन में कमी होगी, जिससे भाव में तेजी संभव। सफेद वस्तु कपास, चांदी, चावल के भावों में तेजी आएगी।
इस वर्ष बुध के प्रभाव से तेल, लहसुन, गुड़, हींग और शक्कर के उत्पादन में कमी होगी, जिससे भाव में तेजी संभव। सफेद वस्तु कपास, चांदी, चावल के भावों में तेजी आएगी।
आतंकवाद के खिलाफ बनेगी रणनीति
शुक्र के प्रभाव से आतंक निवारण के उपाय विभिन्न राष्ट्रों द्वारा निकाले जाएंगे। शांति व्यवस्था के लिए नई नीतियां तैयार होंगी और सडक़ों का निर्माण अधिक होगा। आंदोलन की संभावना
चंद्र के प्रभाव से खरीफ की फसल अच्छी और सूर्य के प्रभाव से रबी फसल सामान्य होगी। ऋतुजनित प्रकोप, कृमि, कीट से उत्पादन में कमी रहेगी। कृषक आंदोलन की संभावना। गुरु के तुला राशि में होने से विशेष बुखार का प्रचलन होगा। जिससे काफी लोग प्रभावित होंगे। किसानों के लिए विशेष शासकीय योगदान होंगे। मारवाड़ संभाग में प्राकृतिक उत्पाद विशेष रहेगा। इस तरह आने वाला वर्ष कई मायनों में देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है।
शुक्र के प्रभाव से आतंक निवारण के उपाय विभिन्न राष्ट्रों द्वारा निकाले जाएंगे। शांति व्यवस्था के लिए नई नीतियां तैयार होंगी और सडक़ों का निर्माण अधिक होगा। आंदोलन की संभावना
चंद्र के प्रभाव से खरीफ की फसल अच्छी और सूर्य के प्रभाव से रबी फसल सामान्य होगी। ऋतुजनित प्रकोप, कृमि, कीट से उत्पादन में कमी रहेगी। कृषक आंदोलन की संभावना। गुरु के तुला राशि में होने से विशेष बुखार का प्रचलन होगा। जिससे काफी लोग प्रभावित होंगे। किसानों के लिए विशेष शासकीय योगदान होंगे। मारवाड़ संभाग में प्राकृतिक उत्पाद विशेष रहेगा। इस तरह आने वाला वर्ष कई मायनों में देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण रहने वाला है।