scriptadhik mas ke pradosh par bhagwan shiv se ese paye aasirwad | अधिक मास का पहला प्रदोष व्रत, इस विधि से करें पूजा... | Patrika News

अधिक मास का पहला प्रदोष व्रत, इस विधि से करें पूजा...

Published: Jul 28, 2023 05:19:42 pm

- प्रदोष व्रत 30 को- जानें इस बार क्यों है विशेष

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हिंदू कैलेंडर में सावन का माह भगवान शिव का महीना कहलाता है, ऐसे में इस बार जहां सावन के मध्य में अधिकमास आने के कारण सावन माह 59 दिनों का हो गया। वहीं इसी के चलते सावन व सावन अधिक मास में मिलाकर कुल 4 प्रदोष व्रत (adhik mas ka pradosh) पड़ रहे हैं। प्रदोष व्रत भगवान शिव के प्रिय होने के चलते यह समय भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष माना गया है। ध्यान रहे हिंदू कैलेंडर के हर माह में सामान्यत: त्रयोदशी तिथि को 2 प्रदोष (शुक्ल व कृष्ण पक्ष) आते हैं। मान्यता है कि इन दिनों में व्रत रखकर प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा विशेष मनोरथ पूर्ण करने के अलावा शुभ फल भी प्रदान करती है। ऐसे में अब तक जहां सावन का पहला प्रदोष बीत चुका है वहीं इस बार रविवार, 30 जुलाई को सावन अधिक मास का प्रदोष (adhik mas ka pradosh vrat) पड़ रहा है।

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