मंगलवार के दिन किसी प्राचीन देवी मां के मंदिर में जाकर लाल रंग के आसन पर बैठकर इस मंत्र बीज मंत्र का 108 बार जप करें । मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चै, ॐ ग्लौं ह्रीं क्लीं जूं सः ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चै ज्वल हं सं लं क्षं फट स्वाहा ॥ मंत्र जप के बाद एक बार श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें । निश्चित रूप में मां दुर्गा आपकी हर मनोकामनाएं पूरी कर देगी और स्वप्न में या फिर किसी लाल कपड़े पहने छोटी कन्या के रूप में दर्शन देगी । इस उपाय को मंगवार के दिन सूर्योदय से पूर्व एवं सूर्यास्त के ठीक बाद ही दोनों समय करना हैं । मंत्र जप के समय गाय के घी का एक दीप जलते रहना चाहिए ।
उपरोक्त उपाय के अलावा नीचे दिये सरल उपाय भी माता रानी को प्रसन्न करने के लिए कर सकते है-
– मंगलवार के दिन उपवास रखकर 3 से 7 साल उम्र तक की 5 कन्याओं को भोजन कराकर कुछ न कुछ दान कर सकते है।
– मंगलवार के दिन घर के पूजा स्थल पर गाय के घी का दीपक जलाकर माँ दुर्गा के इस बीज मंत्र का एक माला (108 मंत्रों) जप करने से माता शीघ्र प्रसन्न हो जाती हैं । मंत्र-
।। ऊँ ह्रीं दुं दुर्गायै नमः ।।
– दुर्गा सप्तशती का पाठ या सिद्ध कुंजिका का पाठ करने से माता की कृपा शीघ्र होने लगती हैं ।
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