ग्रहणकाल में इतना जरूर करें-
1- इस बार साल के पहले चंद्रग्रहण पर विशेष महासंयोग बनने के कारण मीठी चीजों का दान करने से सभी की खाली झोली भर सकती हैं ।
2- चंद्रग्रहण वाले दिन किसी पवित्र तीर्थ नदी में स्नान कर तील से बनी मिठाई का दान गरीबों को करें । धन की समस्या दूर हो जायेंगी ।
3- संभव हो सके तो किसी शिव मंदिर में गाय के घी का दान करें ।
4- ग्रहण के समय अपने इष्ट देव के मंत्र का मानसिक जप करना चाहिए, इससे अद्वतीय पुण्यफल की प्राप्ति होती हैं ।
5- 10- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरतमंदों को वस्त्रदान से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता हैं ।
ग्रहण काल में ऐसा भूलकर भी नहीं करे-
1- शास्त्रों के अनुसार चन्द्रग्रहण के समय भोजन करने वाला मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उतने वर्षों तक नरक में वास करता है ।
2- चन्द्र ग्रहण में तीन प्रहर (9) घंटे पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए । लेकिन बूढ़े, बालक और रोगी डेढ़ प्रहर (साढ़े चार घंटे) पूर्व तक कुछ भी खा, पी सकते है ।
3- ग्रहणकाल में स्पर्श किये हुए वस्त्र आदि की शुद्धि के बाद में उन्हें उपयोग करना चाहिए । ग्रहण समाप्त होने के बाद वस्त्रसहित स्नान करना चाहिए ।
4- ग्रहण के दिन जमीन न खोदे, पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोड़ने चाहिए । बाल तथा वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए व दांत भी नहीं मांजना चाहिए ।
5- ग्रहण के समय ताला खोलना, सोना, मल-मूत्र का त्याग, मैथुन और भोजन – ये सब कार्य वर्जित हैं एवं ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए ।
6- ग्रहण के समय सोने से रोगी, लघुशंका करने से दरिद्र, मल त्यागने से कीड़ा, स्त्री प्रसंग करने से और उबटन लगाने से व्यक्ति कोढ़ी होता है ।