जगन्नाथमय हुआ गुजरात, मुख्यमंत्री ने लगाई सोने की झाड़ू
Published: Jul 06, 2016 01:35:00 pm
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने रथ यात्रा की शुरूआत से पहले
इसके मार्ग में सोने की झाड़ू लगा भगवान जगन्नाथ की 139वीं
वार्षिक रथयात्रा की शुरूआत की
Bhagwan Jagannath Rath Yatra, Watch Pics
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में बुधवार सुबह मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने पहिंद विधि (रथ यात्रा की शुरूआत से पहले इसके मार्ग में सोने की झाड़ू लगाने की विधि) कर भगवान जगन्नाथ की 139वीं वार्षिक रथयात्रा की शुरूआत की जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में भी सैकड़ों छोटी बड़ी रथयात्राएं निकाली जा रही हैं, जिससे पूरा राज्य एक तरह से भगवान जगन्नाथमय हो गया है।
अहमदाबाद के संवेदनशील पुराने इलाकें से गुजरने वाली रथयात्रा के लिए सुरक्षा के भी कड़े प्रबंध किये गये हैं। सुरक्षा के लिए पूरे मार्ग पर करीब 300 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, जबकि अर्धसैनिक बलों और असम तथा नगालैंड सशस्त्र पुलिस के दस्तों और गुजरात राज्य रिजर्व पुलिस बल समेत कुल मिला कर 15000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।
मार्ग की हवाई निगरानी के लिए नेत्र ड्रोन भी लगाये गये हैं। सुबह यहां जमालपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर से रवाना हुई रथ यात्रा दोपहर बाद भगवान की मौसी के घर के प्रतीक स्वरूप सरसपुर पहुंचेगी जहां विश्राम के बाद देर शाम तक वापस मंदिर लौट जाएगी। वहां हजारों श्रद्धालु प्रसाद स्वरूप भोजन भी करेंगे। रथयात्रा पुराने शहर के शाहपुर और दरियापुर जैसे संवेदनशील विस्तारों से भी गुजरेगी।
भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और बडे भाई बलभद्र के तीन रथों के पीछे रथ यात्रा में सैकडों अखाडे, भजन मंडलियां और हाथी घोडों का लाव लश्कर भी है। इसके साथ हजारों लोगों की भीड़ भी चल रही है जिनमें करतबबाज और साधु संत भी शामिल हैं।
सुबह मुख्यमंत्री ने पहिंद विधि कर जय जगन्नाथ और जय रणछोड़ माखनचोर के जय घोषों के बीच रथ यात्रा को रवाना किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि उनकी कामना है कि राज्य और देश का कल्याण हों और विकास के नये मार्ग प्रशस्त हों। गौरलतब है कि पारंपरिक रूप से मुख्यमंत्री ही यहां रथयात्रा की पहिंद विधि करता है।
वर्ष 2014 में राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी श्रीमती पटेल ने उसी साल यह विधि करने वाली पहली महिला होने का गौरव भी हासिल किया था। इस वर्ष उन्होंने लगातार तीसरी बार यह विधि की। उधर राजधानी गांधीनगर, राजकोट, सूरत, भावनगर, वड़ोदरा, जामनगर, जूनागढ, अमरेली, दाहोद समेत राज्य के विभिन्न छोटे बडे शहरों और ग्रामीण इलाकों में भी रथयात्राएं आयोजित की जा रही हैं। लोगों में इसे लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।