जयपुर

अब नागौर की सडक़ों पर दौड़ेगी ऑटो एम्बुलेंस

24 घंटे उपलब्ध रहेगी सेवा

जयपुरSep 04, 2018 / 01:33 am

jagmendra

अब नागौर की सडक़ों पर दौड़ेगी ऑटो एम्बुलेंस

सार्थक पहल
घायलों गंभीर रोगियों को निशुल्क पहुंचाएगी अस्पताल
नागौर. शहर की सडक़ों पर अब जल्द ही ऑटो एम्बुलेंस दौड़ती नजर आएंगी। दुर्घटना की खबर मिली तो मौके पर तुरन्त रवाना हो जाएंगी। इसके लिए किसी भी प्रकार का शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। इनका भुगतान ऑटो रिक्शा चालक यूनियन की ओर से किया जाएगा। यूनियन का कहना है कि जरूरतमंदों की मदद के मकसद से यह फैसला आपसी विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। यूनियन की ओर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
आटो रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि शहर के अंतिम सिरे से लेकर दूसरे सिरे तक के हिस्से में स्थित रिहायशी एवं राजमार्गों को ध्यान में रखते हुए ऑटो एम्बुलेंस की उपलब्धता कराई जाएगी। इसमें जवाहरलाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय, दिल्ली दरवाजा, दरगाह क्षेत्र, रेलवे स्टेशन, माही दरवाजा, नकासगेट, नया दरवाजा, केन्द्रीय बस स्टैंड एवं मूण्डवा चौराहा आदि क्षेत्र फिलहाल इसकी उपलब्धता क्षेत्र की सेवाओं में शामिल किए गए हैं। इन सभी क्षेत्रों में कम से कम पांच ऑटो एम्बुलेंस इस सेवा के लिए कार्य करेगी।
सूचना मिलते ही आएगी एम्बुलेंस
दुर्घटना होने होने अथवा अथवा बीमार की हालत अत्याधिक गंभीर होने की स्थिति में भी ऑटो एम्बुलेंस उसे हॉस्पिटल तक पहुंचाने का काम करेगी। इस दौरान किसी से भी चालक की ओर से कोई किराया आदि नहीं लिया जा सकेगा। चालक को उसके कार्यों के अनुपात में भुगतान यूनियन की ओर से किया जाएगा।
संबंधित क्षेत्रों में रहेंगे इनके नंबर
ऑटो एम्बुलेंस सेवा शुरू होने के साथ ही शहर के सभी सार्वजनिक स्थलों, प्रमुख क्षेत्रों, मार्गों एवं हॉस्पिटल आदि जगहों पर नि:शुल्क सेवा वाले ऑटो एम्बुलेंस चालकों के नंबर अंकित कराए जाएंगे। ताकि आधी रात को भी आवश्यकता होने पर यह अपने संबंधित क्षेत्रों में चंद मिनट में पहुंच जाएंगे। इसके लिए यूनियन की ओर से जल्द ही ऑटो एम्बुलेंस की सूची जगह-जगह लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
इसलिए लिया गया जनहितकारी फैसला
यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि वर्तमान समय में घायलों को कई बार ले जाने के लिए न तो वाहन मिलते हैं, और न ही एम्बुलेंस समय पर पहुंच पाती है। इसकी वजह से अक्सर अनहोनी होती रहती है। ऐसे में सडक़ों पर दौड़ रहे आसपास के ऑटो वाहनों में ऑटो एम्बुलेंस की उपलब्धता हो तो फिर लोगों की जान बचाई जा सकती है। यही नहीं, कई बार गंभीर स्थिति में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे रोगी को तुरन्त उपचार की जरूरत होती है तो फिर कई बार वाहन ही नहीं मिलते। ऐसे में ऑटो एम्बुलेंस चालक को फोन करने पर वह संबंधित जगह पर पहुंच जाएगा। रोगी को अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा।
इनका कहना है…
शहर में दुर्घटना में घायलों व गंभीर रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अब ऑटो एम्बुलेंस की सेवा भी लोगों को जल्द ही मिलेगी। इसकी तैयारियां तेज कर दी गई है।
रूपसिंह, अध्यक्ष, ऑटो रिक्शा यूनियन, नागौर
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