2018 के गोचर के अनुसार शनि के मेष राशि से नवम भाव में स्थित होने के कारण यह समय कठिन रहने वाला है। इस समय कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन धैर्य रखें और प्रयास करते रहें, शनि की क्रूर दृष्टि के चलते आपकी प्रगति की रफ्तार धीमी रहेगी और नित नई उलझनों का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इस वर्ष आप अपने सभी विरोधियों पर भारी पड़ेंगे और उन्हें आपके आगे हार माननी होगी।
उपायः उपाय के तौर पर मेष राशि वालों को काली गाय को घी से चुपड़ी रोटी खिलाना उत्तम रहेगा।
गोचर कुंडली के अनुसार शनि आठवें भाव में होने के कारण आपका पारिवारिक जीवन डांवाडोल रहेगा। परिजनों के साथ संबंधों में उठापटक रहेगी। किसी गंभीर रोग के चलते स्वास्थ्य खराब रह सकता है, अतः सेहत का खास ख्याल रखें। प्रेम संबंधी मामलों में असफलता मिलेगी। कार्य-व्यापार के मामले में कड़ी मेहनत करनी होगी अन्यथा बड़ी हानि भी उठानी पड़ सकती है।
उपायः शनि की अनुकूलता के लिए काले कपड़े अथवा जूतों का दान करना शुभ रहेगा।
इस वर्ष की गोचर कुंडली के अनुसार शनि मिथुन राशि से सातवें भाव में रहेगा जिसके चलते आप हर जगह सफलता प्राप्त करेंगे। मान-सम्मान बढ़ेगा, नित नए शुभ समाचार मिलेंगे, परन्तु पारिवारिक तथा वैवाहिक जीवन में कई बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। अतः परिजनों के साथ सावधानी बरतें। जल्दी ही कोई बड़ी खबर सुनने को मिल सकती है।
उपायः शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए मध्यमा अंगुली में काले घोडे़ की नाल से बनी अंगूठी पहनना उचित रहेगा।
शनि की वक्र गति आपके लिए मिली-जुली रहेगी। धैर्य रखते हुए सोच-समझकर निर्णय लेंगे तो हर प्रकार से शुभ रहेगा। बच्चों के खराब स्वास्थ्य के चलते परेशान रहेंगे। पारिवारिक विवाद भी संभव हैं। पारिवारिक मोर्च पर बहुत ही सावधानी से निर्णय लें। अनैतिक कार्यों से दूर रहना आपके लिए सौभाग्य ला सकता है।
उपायः शनि का शुभ असर प्राप्त करने के लिए पक्षियों को सप्त-धान्य खिलाएं।
सिंह राशि के लिए वक्री शनि अशुभ ही रहेगा हालांकि आय में बढ़ोतरी होगी और मान-सम्मान बढ़ेगा परन्तु जीवन के अन्य क्षेत्रों में गंभीर संकटों का सामना करना पड़ेगा। नौकरी में परिवर्तन हो सकता है, साथ ही गृहस्थ जीवन का सुख भी मिलेगा लेकिन धन सोच समझकर खर्च करें। व्यापार-नौकरी के मामलों में थोड़ा संभल कर रहें।
उपायः शनि का शुभ असर प्राप्त करने के लिए पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
कन्या राशि के लिए वक्री शनि किसी भी प्रकार से शुभ नहीं रहेगा वरन उनके लिए बड़ी भारी कठिनाईयों का दौर शुरु होने वाला है। काम की अधिकता के चलते आप परेशान रहेंगे, जमीन-जायदाद से जुड़े विवादों का सामना करना पड़ेगा, कड़े परिश्रम के बाद भी सफलता कम ही मिलेगी। माता की खराब सेहत के चलते आपको परेशान होना पड़ सकता है। अतः सावधानी से रहें और क्रोध से बचें।
उपायः शनि के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए हर शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
वक्री शनि गोचर कुंडली के अनुसार तुला राशि के तीसरे भाव में होगा अतः उनके लिए शुभ समय आरंभ हो गया है। हर प्रकार से आप सफलता प्राप्त करेंगे, जीवन में हर तरफ आपको सफलता ही सफलता मिलेगी लेकिन पारिवारिक विवादों के चलते किसी संकट में फंस सकते हैं अतः ध्यान रखें। खर्च बढ़ेगा, आर्थिक प्रबधंन का सहारा लें, शीघ्र ही कोई बड़ा शुभ समाचार मिलेगा।
उपायः तुला राशि वालों को शनि की अनुकूलता बढ़ाने के लिए शनिवार के दिन बंदरों को चने खिलाएं।
वक्री शनि वृश्चिक राशि वालों के लिए हर प्रकार से शुभ समाचार लाने वाला रहेगा केवल मात्र पारिवारिक मोर्चे पर संकटों का सामना करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वक्री शनि के दौरान आप अपने कड़े परिश्रम के दम पर अच्छा लाभ कमाएंगे, आय में बढ़ोतरी होगी और आपके जीवन में कई सुखद घटनाएं घटेंगी।
उपायः इस दौरान कुष्ठ रोगियों की सेवा से शनि के शुभ प्रभावों में बढ़ोतरी होगी।
गोचर कुंडली के अनुसार वक्री शनि धनु राशि के प्रथम भाव में होगा जिससे आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा, काम के बोझ तथा अन्य कारणों के चलते आपका स्वास्थ्य खराब रह सकता है। पारिवारिक जीवन में परिवार का सहयोग मिलेगा, पति-पत्नी के संबंधों में अनुकूलता मिलेगी। इस दौरान आपको जीवन में कई मानसिक तथा सामाजिक कठिनाईयों का सामना करना होगा।
उपायः शनि की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए मांसाहार तथा शराब आदि नशों से दूर रहें।
वक्री शनि आपकी राशि से बारहवें घर में होने के कारण आपके लिए कई चुनौतियां तथा समस्याएं लेकर आ रहा है। यदि इन चुनौतियों को सकारात्मक रूप से लेकर प्रयास करें तो आपको प्रतिष्ठा तथा सम्मान प्राप्त होगा परन्तु यदि निराश होकर बैठ गए तो यह आपके लिए कठिनाईयों से भरा भविष्य लेकर आएगा। धन हानि होने के योग ? बन रहे हैं हालांकि कमाई के साधन पहले से बढ़ेंगे, विदेशों से शुभ समाचार मिल सकते हैं।
उपायः शनि के शुभ प्रभाव में वृद्धि करने के लिए शनिवार को हनुमान चालिसा का पाठ करें।
गोचर के अनुसार कुंभ राशि के ग्यारहवें भाव में स्थित वक्री शनि आपके लिए जीवन के कई सुनहरे अवसर लेकर आएगा। आपने जो भी सपने देखने चाहे, उन्हें पूरा करने का वक्त आ गया है। आप जिस भी क्षेत्र में जाना चाहेंगे, वहीं तरक्की प्राप्त करेंगे। परिजनों के स्वास्थ्य को लेकर कोई बुरी खबर मिल सकती है। प्रेम संबंधों में सुखद परिवर्तन अनुभव करेंगे, आय में कई गुना बढ़ोतरी होगी। हर प्रकार से यह समय आपके लिए शुभ रहेगा।
उपायः शनि की अनुकूलता को बढ़ाने के लिए निकट के मंदिर में सरसों के तेल का दान करना उपयुक्त रहेगा।
वक्री शनि गोचर के अनुसार मीन राशि के दसवें भाव में रहेगा अतः अशुभ प्रभाव लेकर आएगा। आय में कमी आ सकती है और अनावश्यक खर्चों के चलते आपको धन की तंगी का सामना करना पड़ सकता है। धैर्य के साथ कठिन परिश्रम में जुटे रहें, अंत में सफलता अवश्य मिलेगी। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। जीवन साथी के साथ तनाव हो सकता है। व्यवसाय-नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं।
उपायः शनि के अशुभ असर को दूर करने के लिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को भोजन दें।