- धौलपुर. शिक्षा विभाग ने विद्यालयी खेलकूद प्रतियोगिता में नए खेल जोडऩे के साथ ही अब क्रीड़ा शुल्क भी बढ़ाकर डबल कर दिया है। सामान्य एवं आरक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के खेल शुल्क में दोगुनी बढ़ोतरी की गई है। इसकी वजह यह बताई जा रही है कि नए खेल जोडऩे से प्रतियोगिता एवं आयोजन स्थल की संख्या बढ़ जाएगी। इसलिए आयोजन के दौरान साधन-संसाधन जुटाने में पहले की अपेक्षा अधिक खर्च होगा। इसके अलावा बढ़ती महंगाई के बीच कई बरसों से क्रीड़ा शुल्क में बढ़ोतरी भी नहीं की गई थी। इसलिए भी अब शुल्क में वृद्धि जरूरी हो गई थी। गौरतलब है कि विद्यालयी खेलकूद प्रतियोगिता में 29 के लगभग नए खेल जोड़े गए हैं। इन खेलों के नए नियमों से शारीरिक शिक्षकों को अवगत कराने के लिए रेफरी क्लिनिक का आयोजन किया जाएगा। इनके जरिए पीटीआई को प्रत्येक जिले में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पिछले साल प्रशिक्षित रेफरी के अभाव में ही नए खेलों का आयोजन नहीं हो पाया था।कितनी की गई बढ़ोतरीजानकारी के अनुसार अब तक सभी सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थाओं को प्रति विद्यार्थी के हिसाब से दस एवं पांच रुपए क्रीड़ा शुल्क देना पड़ रहा था। सामान्य विद्यार्थी के लिए दस एवं आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी के लिए पांच रुपए क्रीड़ा शुल्क था। अब इसे बढ़ाकर क्रमश: बीस एवं दस रुपए कर दिया गया है। क्रीड़ा शुल्क का भुगतान सभी निजी व सरकारी शिक्षण संस्थाओं के लिए अनिवार्य है, चाहे वे प्रतियोगिता में शामिल हों या ना हों।यह खेल अब शामिलविद्यालयी प्रतियोगिता में 29 खेल शामिल किए गए हैं, जिनकी इस बार जिला व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं होंगी। इनमें सतोलिया, टेनिस बॉल क्रिकेट, साइकिलिंग, ताइक्वांडो, बॉल बैडमिंटन, बॉक्सिंग, स्पीड बॉल, शतरंज, नेट बॉल, थ्रो बॉल, रॉल बॉल, टेनिस वॉलीबाल, कराटे, आस्थे दा अखाड़ा, वुशू, मलखंभ, सेपक टकरा, कूडो, टग ऑफ वार, सुपर सेवन क्रिकेट, राइफल शूटिंग, कैरम, पावर लिफ्टिंग, वेट लिफ्टिंग, रोलर स्केटिंग, स्कॉय, योग एवं शूटिंग बॉल शामिल है।