पीडि़त केदार कुशवाह ने बताया कि वह अपने घर में सौ रहा था। चार बदमाश आये और उसके घर के सामने रखी लोडिंग गाड़ी ले जाने लगे। जैसे ही बदमाशों की आहट हुई तो आंख खुल गई। पीडि़त ने चारों बदमाशों का भागते हुए पीछा किया और ग्रामीणों को आवाज लगाई। ग्रामीणों की भीड़ आती देख बदमाशों के हाथ पैर फूल गए और ग्रामीणों पर कट्टों से ताबड़तोड़ फायर कर दिए। जिसमें रामकिशन पुत्र ग्यासी, ओमप्रकश पुत्र छीतरिया, किलेदार पुत्र दुर्गा, लखपति पुत्र रामरतन और केदार पुत्र रामकिशन को गोली लगी है। बदमाशों द्वारा फायर करने से ग्रामीण उग्र हो गए। ग्रामीणों ने दो बदमाशों को बहादुरी का परिचय देते हुए दबोच लिया। वहीं दो बदमाश भागने में सफल रहे।
पकडे गए बदमाशों की ग्रामीणों ने करीब आधा घंटे तक लाठी डण्डों और लात घूंसो से जमकर मारपीट की। जिसमें दोनों की हालत नाजुक बनी हुई है। घटना की सूचना ग्रामीणों ने सैंपऊ थाना पुलिस को दी। सीओ हिमांशु जांगिड़ और थाना प्रभारी टीनू सोगरवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। जहां ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा। जैसे ही पुलिस बदमाशों को साथ लाने लगी तो ग्रामीण पुलिस की गाडी के सामने सो गए। लेकिन कुछ ग्रामीणों द्वारा समझाइस कर मामले को शांत कराया गया।
बदमाश चोरी किये हुए करीब 15 तोला सोने के आभूषण भी छोडक़र भागे है। जिन्हे पुलिस ने जब्त कर लिया है। पुलिस ने दोनों घायल बदमाशों को कब्जे में लेकर सैपऊ सीएचसी पर भर्ती कराया। लेकिन दोनों बदमाशों की नाजुक हालत होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्प्ताल रैफर कर दिया। घटना में घायल हुए चार ग्रामीणों को भी जिला अस्पताल रैफर किया है। जहां ट्रॉमा वार्ड में उपचार किया जा रहा है। बदमाशों ने पहले सैपऊ कस्बे में तीन मकानों को बनाया था निशाना, उसके बाद खपरैला गांव में घटना को दिया अंजाम। फि़लहाल पुलिस जांच में जुट गई है।