हादसे दर हादसे... आठ माह में 800 लोग गवा चुके जान
धौलपुरPublished: Sep 21, 2023 11:39:50 am
भरतपुर संभाग में सडक़ हादसों में भरतपुर के बाद धौलपुर दूसरे नम्बर पर है। इसमें ज्यादातर हादसे राष्ट्रीय राजमार्गों पर घटित हुई। इसमें मुख्य हाइवे दिल्ली-मुंबई एनएच 44 भी शामिल है।


हादसे दर हादसे... आठ माह में 800 लोग गवा चुके जान
धौलपुर. भरतपुर संभाग में सडक़ हादसों में भरतपुर के बाद धौलपुर दूसरे नम्बर पर है। इसमें ज्यादातर हादसे राष्ट्रीय राजमार्गों पर घटित हुई। इसमें मुख्य हाइवे दिल्ली-मुंबई एनएच 44 भी शामिल है। भरतपुर रेंज में इस साल अगस्त माह तक 14 सौ से अधिक सडक़ हादसों में करीब 800 लोग अलग-अलग दुर्घटनाओं में जान से हाथ धो चुके हैं। जबकि गत वर्ष करीब 670 से अधिक लोगों की मौत हुई थीं। वहीं, इस साल धौलपुर जिले में अगस्त माह तक करीब 150 लोग काल का ग्रास बन चुके हैं। हादसों को लेकर सडक़, ब्लैक स्पॉट समेत अन्य तकनीकी खामियां सामने आ रही हैं लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं है। हद तो ये है कि क्षेत्रीय सांसद मनोज राजौरिया की गत दिनों हुई बैठक में एनएचएआई के अधिकारियों के रवैये को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। जिन गलतियों को सुधार किया जा सकता है, उन्हें लेकर भी एजेंसियां अनजान बनी हुई हैं। जिले से गुजर रहे धौलपुर-लालसोट हाइवे संख्या 11बी की हालत सर्वाधिक खस्ता हैं और यहां लगातार हादसे सामने आ रहे हैं। गत दिनों हुई बैठक में उक्त हाइवे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर को आमांत्रित किया था लेकिन वह नहीं पहुंचे। सांसद की नाराजगी के बाद उक्त हाइवे के अधिकारी ने मंगलवार को जिला कलक्टर से मिलेऔर सुधार की बात कही। उधर, एनएच 44 के पीडी की ओर से पत्र भेजकर पीएम मोदी के ग्वालियर में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम की वजह से आने में असमर्थता जताई और एक प्रतिनिधि को बैठक में भेजना बताया। साथ ही परियोजना निदेशक उमाकांत मीना ने जिला कलक्टर को प्रतिनिधि के जरिए पत्र भेजकर भविष्य में इस तरह की महत्वपूर्ण बैठकों में उपस्थित होने का भरोसा दिलाया है।