उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 13 जुलाई की सुबह क्षेत्र के ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव आम का पुरा से जारह मार्ग के जंगल में एक युवती का शव पड़ा हुआ है, जिसका गला रेता हुआ है और उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान भी है। सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाएं। इसी दिन पुलिस ने देर रात को मृतका की शिनाख्त राजाखेड़ा के बाजना गांव निवासी एक परिवार ने अपनी नाबालिग पुत्री के रूप में करने का दावा कर दिया।
जल्दबाजी में दे दिया शव
इतने संवेदनशील प्रकरण में पुलिस ने बिना किसी वैज्ञानिक आधार के सिर्फ कुछ लोगों के संदेह के आधार पर ही इसकी शिनाख्त भी कर ली और पोस्टमार्टम करा शव सुपुर्द कर अंतिम संस्कार भी करा दिया। चूंकि थाने पर एक शिनाख्तकर्ता परिवार ने नाबालिग पुत्री का अपहरण कर ले जाने पर उत्तरप्रदेश के बाह थानांतर्गत एक गांव से टिंकू नामक युवक के खिलाफ गत 9 जुलाई को मामला दर्ज कराया था। ऐसे के पुलिस ने टिंकू के विरुद्ध ही हत्या का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दिया।
जिसका पुत्री का अंतिम संस्कार, वह प्रेमी संग मिली जिंदा
मृतका की शिनाख्तगी के बाद पुलिस ने युवक पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू कर दिया, इस दौरान पुलिस ने दर्ज मामले के आरोपित युवक का गत 4 अगस्त को महाराष्ट के नासिक जिले के घोंटी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पुलिस को उसके साथ वह युवती भी मिली, जिसे पुलिस मृत मान चुकी थी। इस दौरान पुलिस होश उड़ गए।
सवाल खड़े कर रहा युवती का शव
पुलिस ने हत्यारोपी युवक को उस किशोरी के साथ गिरफ्तार कर लिया जिसकी हत्या ही नहीं हुई थी वरण वह अपनी मर्जी से गई थी। ऐसे में फिर से सवाल वहीं खड़ा हो गया कि तो वो कौन थी, जिसकी गला कटी हुई लाश जंगल मे मिली थी। लेकिन वह सवाल आज भी जिंदा है, जिसका हल ढूंढने के प्रयास पुलिस ने किया ही नहीं ।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
इस प्रकरण में पुलिस की कार्यप्रणाली पर शुरू से ही सवाल उठ रहे है कि मामूली बातों में नोकझोंक ओर नुक्ताचीनी करने वाली पुलिस ने शव की शिनाख्त कैसे कराई होगी, जबकि मृतक के शव का चेहरा साफ और स्पष्ट था। कोई वैज्ञानिक आधार की पुष्टि क्यों नहीं की और उसके बाद भी एक वर्ष तक शिनाख्त के गंभीर प्रयास क्यों नहीं किए गए ।
इनका कहना
मामला काफी पुराना है, जिसे सुलझाने के लिए सीओ मनियां के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया जाएंगा तथा सर्व प्रथम शिनाख्तगी के प्रयास किए जाएंगे।
मृदुल कच्छावा, जिला पुलिस अधीक्षक, धौलपुर।