ऐसा नहीं है कि प्रशासन द्वारा कोई भी काम नहीं किया जा रहा। नगर पालिका द्वारा जगह-जगह अलाव जलाने के लिए लकड़ी डालने का काम शुरू किया गया। ऐसे में कई जगह आम लोगों ने गायों के एकत्रित होने की सूचना दी और वहां पर नगर पालिका की ओर से लकडिय़ां डलवा दी, लेकिन वास्तविक स्थिति देखने पर पता चला कि लोगों द्वारा इन लकडिय़ों का इस्तेमाल निजी हित के लिए किया जा रहा है। गोवंश को वहां से भगा कर लोग पालिका द्वारा डाली गई लकडिय़ों का इस्तेमाल स्वयं को तपाने के लिए कर रहे हैं।
अपना घर अध्यक्ष विष्णु महैरे ने बताया कि ऐसा नहीं है कि गायों की मौत मात्र सर्दी के कारण ही हो रही है, गाय इन दिनों बेहद भूखी भी है। गायों को खाने के लिए कोई चीज नहीं मिल पा रही। जिसके कारण भूखी रहकर भी उनकी जान निकल रही है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिनेश बागथरिया, वार्ड पार्षद प्रवीण सिंघल, पशु पक्षी प्रेमी रामकुमार चौधरी ने बताया कि सर्दी का प्रकोप अत्यधिक होने के कारण जगह-जगह गाय मौत के मुंह में जा रही हैं। इन सबसे बचने के लिए नगर पालिका को महाराज बाग मेला ग्राउंड अथवा कृषि उपज मंडी जैसे बड़े स्थान को अपने कब्जे में लेकर वहां पर पंडाल बना कस्बे की आवारा गायों को तुरंत वहां पहुंचाना चाहिए।