थाना प्रभारी ने बताया कि शव पड़ा होने की सूचना पर शनिवार रात करीब 9.30 बजे वह राजाखेड़ा-धौलपुर मार्ग पर खुडिला का पुरा मोड से पहले पहुंचे। शव की जांच करने पर मालूम हुआ कि मृतक के सिर और कनपटी के बीच गंभीर चोट के निशान थे। खून काला पड़ चुका था जिससे आशंका थी कि घटना को कही और अंजाम देकर शव को यहां फेंका गया है। साथ ही शव को सडक़ पर इस तरह रखा गया कि भारी वाहन उसे कुचल दे जिससे मामला दुर्घटना का लगे। मृतक की उम्र करीब 45-४८ साल के बीच है। शरीर पर मटमैले रंग का लोअर और सफेद रंग की धारीदार शर्ट और पीले रंग की बनियान मिली है।
एफ एसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य घटना की गंभीरता देख थाना प्रभारी ने भरतपुर से एफएसएल और जिले की मोबाइल यूनिट टीम को भी मौके पर बुलाकर साक्ष्य एकत्रित करवाए। साथ ही शिनाख्त न होने पर शव के डीएनए सुरक्षित रखने की व्यवस्था की जा रही है।
पूर्व में मिल चुके हैं शव बता दें कि राजाखेड़ा की सीमा तीन तरफ से अंतराज्जीय है। करीब 3 से 5किलोमीटर पर यूपी शुरू हो जाता है। जिससे अपराधी घटना को अंजाम देकर कुछ ही मिनट में यूपी सीमा में घुस जाता है। इसके चलते पिछले आधा दशक में राजाखेड़ा और दिहोली थाना क्षेत्र में अन्य राज्यों के दर्जन भर लोगों की हत्या कर शवों को यंहा फेंका जा चुका है। जिनमे से कई की तो शिनाख्त तक नही हो पाई है। दो वर्ष पूर्व दिहोली थानांतर्गत इसी स्टेट हाइवे पर सडक़ किनारे युवती का शव मिला। जबकि उसके साथी का शव मध्यप्रदेश में मिला। बाद में पुलिस ने मामल में यूपी से लडक़ी परिजनों को गिरफ्तार किया था। वहीं, खुडिला गांव के पास गर्दन कटी युवती के मिले शव अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है।