प्रदेशाध्यक्ष सिहाग ने बीएलओ सहित समस्त गैर शैक्षिक कार्यों के बहिष्कार का प्रस्ताव रखा। जिसका सम्मेलन में उपस्थित सैकड़ों शिक्षकों ने समर्थन किया। प्रदेशाध्यक्ष ने 26 जनवरी 2023 से गैर शैक्षिक कार्यों के बहिष्कार का ऐलान किया। मुख्य अतिथि शिक्षामंत्री कल्ला ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की उपस्थिति में द्विपक्षीय वार्ता कर संगठन के 17 सूत्रीय मांग पत्र के निराकरण का आश्वासन दिया। सम्मेलन के मुख्य वक्ता अर्थशास्त्रीय डॉ.सुरजीत मजुमदार प्रोफेसर जवाहर लाल नेहरू विश्व विद्यालय दिल्ली ने अर्थव्यवस्था व शिक्षा व्यवस्था में संकट और उनका आपसी विषय पर विस्तार से व्याख्यान दिया। सह वक्ता अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष लाम्बा ने देश के कर्मचारियों के समक्ष आ रही चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया और 8 दिसम्बर को राजधानी दिल्ली में कर्मचारियों की होने वाली राष्ट्रीय सेमीनार में संगठन के पदाधिकारियों के शामिल होने का आह्वान
किया। सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि रामेश्वर डूडी, अध्यक्ष राज. स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड गिरधारी महिया ने शिक्षकों की वाजिब मांगों का समर्थन किया। दूसरे दिन का खुला अधिवेशन प्रदेशाध्यक्ष की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। खुले अधिवेशन को प्रदेश महामंत्री उपेन्द्र शर्मा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमन्त कुमार खराडी, प्रदेश उपाध्यक्ष भूप सिंह कूकणा, भंवरलाल कस्बा, प्रदेश प्रवक्ता यादवेन्द्र शर्मा, प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित, प्रदेश संगठन मंत्री संजय पुरोहित, बीकानेर जिलाध्यक्ष भवर पोटलिया, जिलामंत्री शिवशंकर गोदारा आदि शिक्षक नेताओं ने सम्बोधित किया।अधिवेशन में प्रदेश के शिक्षक प्रतिनिधियों ने विभिन्न प्रस्ताव रखे। जिन्हें संगठन राज्य सरकार को भेजेगा। प्रान्तीय सम्मेलन में जिले से सभाध्यक्ष मुन्नालाल उपाध्याय, जिलामंत्री बृजमोहन शर्मा और जिला कोषाध्यक्ष श्यामवरन कांसल के नेतृत्व में तमाम शिक्षक शामिल हुए।