परिवार में कोई भी अपराधी, तो निरस्त होगा हथियार लाइसेंस
धौलपुरPublished: Jul 26, 2019 11:12:11 am
शस्त्र लाइसेंसी धारक के घर-परिवार में अगर कोई भी व्यक्ति अपराधी प्रवृति का है और उसके खिलाफ पुलिस थाने पर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज है, तो उनका शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में शस्त्र धारकों के परिवारजनों के अपराधिक रिकॉर्ड खंगालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। सूची तैयार होने के बाद लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएंगी।
परिवार में कोई भी अपराधी, तो निरस्त होगा हथियार लाइसेंस
जिला पुलिस अधीक्षक ने सभी थाना पुलिस को दिए निर्देश
धौलपुर. शस्त्र लाइसेंसी धारक के घर-परिवार में अगर कोई भी व्यक्ति अपराधी प्रवृति का है और उसके खिलाफ पुलिस थाने पर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज है, तो उनका शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में शस्त्र धारकों के परिवारजनों के अपराधिक रिकॉर्ड खंगालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। सूची तैयार होने के बाद लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएंगी।
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि जिले में करीब साढ़े तीन हजार से अधिक शस्त्र लाइसेंस धारक है। इन सभी लाइसेंस धारकों के परिवार के सदस्यों और नजदीकी रिश्तेदारों का डाटा एकत्र किया जा रहा है। इस डाटा के तहत संबंधित थाना पुलिस की ओर से अपराधिक गतिविधियों के बारे जानकारी जुटाई जाएंगी। इस दौरान अगर किसी भी लाइसेंस धारक के परिवार या नजदीकी पर अपराधिक गतिविधियों में शामिल होना पाया जाता है, तो उसके लाइसेंस को निरस्त किया जाएंगा। इसके लिए जिले के सभी थाना पुलिस को निर्देशित किया गया है।
लाइसेंस धारक का रिकॉर्ड भी खंगालेगी पुलिस
एसपी कच्छावा ने बताया कि हथियार लाइसेंस धारक के अपराधिक रिकॉर्ड के बारे में जानकारी एकत्र करने को सभी थाना पुलिस को निर्देशित किया गया है। संबंधित थाने के अलावा अन्य किसी भी थाने पर अगर कोई भी अपराधिक मामला दर्ज है तो उसकी जानकारी भी जुटाई जाएंगी। इस दौरान लाइसेंस धारक पर अगर कोई भी गंभीर अपराधिक मामला सामने आता है तो लाइसेंस निरस्त किया जाएंगा।
आम्र्स एक्ट के मामलों पर विशेष निगाह
पुलिस के आंकडों पर नजर डाले तो बीते साढ़े तीन साल में जिले में करीब साढ़े चार सौ मामले आम्र्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए है। पुलिस की प्रारंभिक पड़ताल में धौलपुर जिले में अवैध हथियारों की खेप समीपवर्ती मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश क्षेत्र के जिलों से आना सामने आया है। आंकडों पर नजर डाले तो जिलेभर में अधिकांश अपराधिक वारदातों में देशी कट्टे का ही प्रयोग किया गया है। इसके अलावा अवैध बजरी व्यापार से जुड़े लोगों की ओर से भी अवैध हथियार के तौर पर देशी कट्टे का इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस आम्र्स एक्ट के मामलों के आरोपितों का भी रिकॉर्ड खंगाल रही है। इस दौरान आम्र्स एक्ट के मामले से जुड़े आरोपितों का लाइसेंस धारक से किसी भी प्रकार का संबंध पाया जाता है, लाइसेंस धारक को परेशानी बन सकती है।
कारतूसों पर विशेष निगाह
आम्र्स एक्ट के मामलों में गिरफ्तार आरोपितों को उपलब्ध होने वाले कारतूसों संबंधित सूचनाएं संकलित की जा रही है। इसमें अगर किसी भी लाइसेंस धारक की ओर से कारतूसों की खरीद फरोख्त की है तो उसकी सूची तैयार की जाएगी। अगर किसी भी लाइसेंस धारक का नाम सामने आता है, तो निरस्त किया जाएगा।