अग्रोहा में 24 को होगा आद्य महालक्ष्मी के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन
धौलपुरPublished: Apr 14, 2021 06:17:08 pm
धौलपुर. दिल्ली में हुई अग्रवाल सम्मलेन की प्रथम राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक में धौलपुर से राष्ट्रीय उप महामंत्री प्रेम मंगल ने भाग लिया। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने की।बैठक में अग्रवाल सम्मेलन के कार्य को पूरे देश में और आगे बढ़ाने एवं अग्रोहा का चौहमुखी विकास की अनेक योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।इस दौरान अग्रोहा शक्तिपीठ में बनने वाले विश्व
अग्रोहा में 24 को होगा आद्य महालक्ष्मी के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन
अग्रोहा में 24 को होगा आद्य महालक्ष्मी के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन
धौलपुर. दिल्ली में हुई अग्रवाल सम्मलेन की प्रथम राष्ट्रीय कार्यकारणी बैठक में धौलपुर से राष्ट्रीय उप महामंत्री प्रेम मंगल ने भाग लिया। अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन की राष्ट्रीय कार्यसमिति की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने की।
बैठक में अग्रवाल सम्मेलन के कार्य को पूरे देश में और आगे बढ़ाने एवं अग्रोहा का चौहमुखी विकास की अनेक योजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
इस दौरान अग्रोहा शक्तिपीठ में बनने वाले विश्व के पहले कुलदेवी आद्य महालक्ष्मी के भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन समारोह 24 अप्रेल को करने का निर्णय किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से संगठनहित में अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन का आजीवन सदस्यता बढ़ाने पर विचार हुआ। देश के हर प्रान्त में सरकार द्वारा व्यापारी कल्याण बोर्ड का गठन होना चाहिए और केंद्र सरकार द्वारा अपने घोषणापत्र अनुसार केंद्र में व्यापारी कल्याण आयोग का तुरंत गठन किया जाए। हरियाणा दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन के दौरान हो रही आमजन एवं व्यापारियों की परेशानी पर चिंता व्यक्त की। सरकार से मांग की गयी कि जल्द से जल्द आपसी वार्ता के माध्यम से सिंधु बॉर्डर को सुचारु किया जाए। अग्रोहा को रेलवे लाइन से जोड़ा जाए। अग्रोहा के प्राचीन टीले की खुदाई कराई जाए। हिसार, अग्रोहा में बनने वाले अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का नामकरण महाराजा अग्रसेन जी के नाम पर रखा जाए। भारत की संसद में भगवान अग्रसेनजी का चित्र लगाया जाए। अग्रोहा को कृष्णा सर्किट से जोड़ा जाए। राष्ट्रीय उप महामंत्री प्रेम मंगल ने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णयों में अग्रवाल वैश्य परिवारों में शादी गोधूलि में हो और वर वधू के फेरे सूर्यवंशी होने के कारण सूर्य को साक्षी मानकर दिन में हो। शादी विवाह बारातों में समाज की महिलाओं को बैंड बाजों पर नाचने पर रोक लगाने पर सभी प्रदेशों में कड़ाई से पालन किया जाए। समाज में विवाह पूर्व होने वाले प्री वैडिंग शूटिंग पर रोक लगाई जाए।