दो पुलिसकर्मियों के अपहरण के बाद लगाएं गए थे
गत वर्ष हाइवे पर गश्त कर रहे धौलपुर जिले के दो पुलिस कांस्टेबलों को कार सवार कुछ बदमाश अपहरण करके मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में ले गए और उनके साथ मारपीट की वारदात को अंजाम दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने हाइवे पर हर गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का निर्णय लिया गया था।
अवैध बजरी परिवहन पर हर समय की निगरानी
हाइवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का के पीछे मुख्य कारण सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद चंबल बजरी का अवैध परिवहन चोरी-छुपे निकलने वाले वाहनों की निगरानी करना था। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से बजरी से भरे वाहनों को हाइवे से ही होता है। हाइवे पर सीमा पर स्थित सागरपाड़ा चौकी पर सीसीटीवी कैमरे लगने से मार्ग से गुजरने वाले सभी वाहनों पर पुलिस अधिकारियों की निगाह हाइवे की हर गतिविधि पर रहती, जिससे यहां गुजरने वाले बजरी के वाहनों को भी पकड़ा जा सकता था।
तीस दिन की रिकॉडिंग सुविधा
सागरपाड़ा चौकी पर लगाएं गए हाइटेक चार कैमरों में तीस दिन के रिकॉडिंग की सुविधा भी थी। इसके अलावा उच्च दृश्ता वाले इन कैमरों में 20 मीटर की दूरी तक देखने की क्षमता थी, इन कैमरों को अभय कमांड के अलावा एक स्क्रीन सागरपाड़ा पुलिस चौकी पर रखने की व्यवस्था थी। इसके अलावा जिला पुलिस के अधिकारियों के मोबाइल से भी जुड़े हुए थे। जिसके चलते वे कभी भी कहीं भी मोबाइल पर सागरपाड़ा की हर गतिविधि की जानकारी आसानी से ले सकते थे।
इनका कहना….
सागरपाड़ा चौकी पर लगाएं गए सीसीटीवी कैमरें के बारे में जानकारी नहीं है।
केसर सिंह शेखावत, जिला पुलिस अधीक्षक, धौलपुर।
विश्वनाथ, संचालक परमार इन्फोटेक