चम्बल का घट रहा बहाव, खतरा बरकरार, गांवों में पहुंचाई राहत
धौलपुरPublished: Aug 19, 2019 11:44:59 am
धौलपुर से निकल रही चम्बल नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम भले ही होता जा रहा हो, लेकिन तटवर्ती निचले इलाकों में बसे गांवों में खतरा अब भी बरकरार है। रविवार को चम्बल का स्तर 136 मीटर पर आ गया है। वर्तमान में भी चम्बल नदी खतरे के निशान 129.70 से करीब छह मीटर ऊपर बह रही है।
चम्बल का घट रहा बहाव, खतरा बरकरार, गांवों में पहुंचाई राहत
जिले में दो दर्जन गांव अब भी प्रभावित
दवा-भोजन की व्यवस्था में जुटा प्रशासन
धौलपुर. धौलपुर से निकल रही चम्बल नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम भले ही होता जा रहा हो, लेकिन तटवर्ती निचले इलाकों में बसे गांवों में खतरा अब भी बरकरार है। रविवार को चम्बल का स्तर 136 मीटर पर आ गया है। वर्तमान में भी चम्बल नदी खतरे के निशान 129.70 से करीब छह मीटर ऊपर बह रही है। वहीं जिले के राजाखेड़ा, सरमथुरा तथा बाड़ी उपखण्ड क्षेत्र के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों का तीन दिन से सम्पर्क कटा हुआ है।
प्रशासन ने भोजन के पैकैट तथा दवाई तथा अन्य जरूरी सहायता पहुंचानी शुरू कर दी है। रविवार सुबह जिला प्रभारी तथा देवस्थान व पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने राजाखेड़ा, बाड़ी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया। साथ ही धौलपुर में चम्बल पुल पहुंचकर गेज देखा।
इस दौरान उन्होंने जिला कलक्टर नेहागिरी को बाढ़ प्रभावित इलाकों में ग्रामीणों को हर संभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही फसलों में भारी नुकसान को देखते हुए गिरदावरी कराने के निर्देश दिए, जिससे राज्य सरकार से जल्द से जल्द मुआवजा दिलाया जा सके। इस दौरान पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा भी मौजूद रहे।