- हर भट्टे से मांगे 80-80 हजार रुपए, हथियारों से लैस बदमाश मध्यरात्रि बाद बोलते हैं धावा - भयग्रस्त हैं उन्नाव, छतरपुर आदि इलाकों से आए श्रमिक धौलपुर. यहां नेशनल हाइवे 123 पर कुम्हेरी प्याऊ के पास स्थापित करीब दो दर्जन ईंट-भट्टे इन दिनों भय के साए में हैं। दरअसल, कुछ बदमाशों ने चौथवसूली को लेकर पिछले करीब एक सप्ताह से इन भट्टों पर आतंक मचा रखा है। हथियारों से लैस ये बदमाश मध्यरात्रि के बाद इन भट्टों धावा बोलते हैं और श्रमिकों व वहां मौजूद लोगों से मारपीट भी करते हैं। ऐसे में ईंट-भट्टा मालिक, कर्मचारी और बाहर से आए श्रमिक भय के साए में हैं। बदमाशों के भय से हालात यह हो चुके हैं कि कई भट्टों पर तो श्रमिकों ने काम भी बंद कर दिया है। गुरुवार रात को भी हथियारबंद बदमाशों ने यहां श्रीराम ईंट भट्टे पर भट्टा मालिक और श्रमिकों से मारपीट की है। बदमाश इस समेत कई अन्य भट्टों से श्रमिकों के मोबाइल फोन भी छीन कर ले गए हैं। इस पूरे मामले में कुख्यात दस्यु केशव गुर्जर पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
तीन-चार दिन से रोज आ रहे एसआर ईंट भट्टा के मालिक सतीश शर्मा ने बताया कि पिछले तीन चार दिनों से उनके भट्टे पर कुछ बदमाश रोज आ रहे हैं। हथियारबंद ये बदमाश यहां मारपीट करते हैं और चौथ नहीं देने पर भट्टा नहीं चलने देने की धमकी देते हैं। भट्टा साझीदार रघुराज सिंह ने बताया कि गुरुवार रात को दो हथियारबंद बदमाश आए और उसके साथ मारपीट की। बदमाशों को देख मजदूर भाग गए। जाते-जाते बदमाश कुछ मोबाइल फोन भी ले गए।
केशव गैंग पर संदेह कुख्यात दस्यु केशव गुर्जर की गैंग पर इन भट्टा मालिकों और श्रमिकों को आतंकित करने का संदेह है। कुछ लोगों को गैंग के सरगना ने फोन कर चौथ देने और मोबाइन फोन वापस लेने की धमकी भी दी है। धमकी देने वाले की आवाज को पहचान रहे लोग इसके केशव गुर्जर होने का संदेह जता रहे हैं।
27 दिसंबर 2020 को मुठभेड़ के बाद से है फरार 27 दिसंबर 2020 की देर रात धौलपुर के बाड़ी सदर थाना क्षेत्र में पडऩे वाले गांव गुर्जर खानपुर और पगुली के पास 132 केवी जीएसएस के निर्माणधीन बिजली घर तीन राज्यों के मोस्ट वॉन्टेड और डेढ़ लाख रुपए के इनामी डकैत केशव गुर्जर के गिरोह ने धावा बोल दिया था। इस दौरान वहां मजदूर बनकर बैठे पुलिस कमांडो के साथ उनकी मुठभेड़ हो गई थी। तब पकड़े गए डकैत देवेंद्र गुर्जर को मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगी थी। गिरफ्तार किए गए देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि उनके गिरोह के सरदार डकैत केशव गुर्जर और उसके सहयोगी शीशराम गुर्जर को भी गोली लगी है। हालांकि, तब पुलिस 15-20 दिन कॉम्बिंग के बावजूद केशव को ढूंढ नहीं पाई थी। तभी से वह फरार चल रहा है।
पलायन को मजबूर श्रमिक करीमपुर क्षेत्र में करीब 25 ईंट-भट्टे हैं। प्रत्येक भट्टे पर करीब 250 लोग काम करते हैं। करीब सात हजार श्रमिक और इनके परिवार इन भट्टों पर ही आश्रित हैं। इनमें से अधिकतर उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश के उन्नाव, कन्नौज, छतरपुर आदि क्षेत्रों से आने वाले प्रवासी श्रमिक हैं। ईंट-भट्टों पर बदमाशों की दहशत के कारण ये श्रमिक परेशान हैं। काम बंद होने से इनके सामने पलायन की मजबूरी भी आ गई है।
टिकी है क्षेत्र की अर्थव्यवस्था इस क्षेत्र में यह ईंट भट्टे ही अर्थव्यवस्था की धुरी हैं। करीब सात हजार श्रमिकों को यहां से पैसे मिलते हैं। ये श्रमिक रोजमर्रा की जरूरत के लिए आसपास के करीमपुर, कुम्हेरी, रतनपुर, तसीमों आदि गांवों में खरीददारी करते हैं। ऐसे में यहां का पूरा अर्थचक्र इन भट्टों पर ही निर्भर है। यदि ये भट्टे यहां से बंद होते हैं तो पूरा अर्थचक्र गडग़बडऩे की आशंका है।
पुलिस चौकी की मांग पूर्व में कुम्हेरी प्याऊ पर पुलिस चौकी होने से यहां बदमाशों का इतना आतंक नहीं रहता था। यहां से सैंपऊ थाना करीब 10-12 किलामीटर और पचगांव चौकी भी करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में ईंट भट्टा मालिकों ने यहां पुलिस चौकी स्थापित करने की मांग की है।