बाड़ी कस्बे के हथियापोर मोहल्ले के रहने वाले स्वर्गीय देवेंद्र पाराशर धौलपुर जिला चिकित्सालय की एसबीआई सेवा में काउंसलर के पद पर पिछले 12 वर्षों से संविदाकर्मी के रूप में सेवा दे रहे थे। कोरोना होने के बाद विगत वर्ष 23 नवंबर को उनका निधन हो गया। जिसके बाद पीडि़त परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक की पत्नी सुमन शर्मा ने पत्रिका को बताया था की ना तो वे अपने बच्चों की गई सही रूप से शिक्षा दीक्षा करा पा रही हैं और ना ही परिवार का पालन पोषण हो पा रहा है। 5 महीने से परिवार को किसी प्रकार की कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है। ना ही उनको चिकित्सा विभाग द्वारा अनुकंपा नियुक्ति दी है। वे कई बार जयपुर जाकर भी उच्च अधिकारियों से मिल चुकी हैं, लेकिन उनको हर बार आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है। खबर प्रकाशन के बाद जिला कलक्टर ने मामले को संवेदनशीलता से लेते हुए मृतक वॉरियर्स की फाइल की पूरी जानकारी करने के बाद तुरंत कोरोना वरियर्स परिवार को मिलने वाली हर मुमकिन सहायता देने के चिकित्सा विभाग को निर्देश दिए। इस पर चिकित्सा महकमा एलर्ट मोड पर आ गया और खुद जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोपाल गोयल ने उनके परिवार से फाइल मंगाई। फाइल को जयपुर भेजा। मृतक देवेंद्र के बड़े भाई राजन पाराशर ने बताया की पत्रिका में खबर प्रकाशन के बाद उनके घर अधिकारियों के फोन आए और उनसे फाइल मांगी गई। जिसे उन्होंने अधिकारियों को उपलब्ध कराया। वर्तमान में यह फाइल जयपुर से दिल्ली पहुंच गई है और उन्हें 10 से 15 दिन में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के साथ अन्य व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई है।