स्थानीय पहलवानों के साथ बालिकाओं ने दिखाया दम दंगल में स्थानीय बड़े पहलवान अश्वनी चिहार एवं अन्य ने भी बड़ी कुश्तियों को लडकऱ अपने शक्ति प्रदर्शन के साथ स्थानीय क्षमताओं को भी प्रदर्शित किया। वहीं बालिका पहलवान गौरी तोमर और पूनम की कुश्ती ने भी भीड़ का ध्यान अपनी और खींचा। खतरनाक दांवपेच आजमा करके एक दूसरे को पटखनी देते हुए अपने अंदर की प्रतिभा चौथ दंगल में आए सैकड़ों दर्शकों को दिखाई।
कई प्रांतों से दंगल में पहुंचे पहलवान हरियाणा, दिल्ली, मेरठ, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र से आए पहलवानों ने कुश्ती में दमखम के नए अंदाज के साथ अपने दांवपेच दिखा विपक्षियों को चित कर दिया। पहलवानों के आकर्षक दांवपेचों को देखकर लोग दांतों तले अंगुलीयां दबाने को मजबूर हो गए। दंगल में गुरुदीप भरतपुर, राहुल अकोला, मोनू सोनीपत, भगीरथ धौलपुर, भूपी दिल्ली, गोपाल अकोला, रोहित दिल्ली, सोनू रोहतक, शिवा अकोला, दलवीर संगरूर, आशीष झज्जर, दीपक पंजाब, दिनेश गुलिया झज्जर, आर्यन दिल्ली, गुरु हनुमान अखाडे दिल्ली के जोंटी व आर्यन, विक्रम, सचिन बरी अखाडा, कलुआ दिल्ली, जैकी पिनाहट, आदर्श इंदौर ने भी अपनी कुश्तियों से लोगों को मोहा। वहीं, दंगल में रेफरी बिजेंद्र सिंह जादौन, अतर सिंह जादौन, कैलाश चिहार, कंचन सिंह, प्रवीन जैन, चंद्रभान सिंह, बैजनाथ सिंह ने कुश्तियों में जोड़ मिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।